भारतीय स्टार्टअप नौकरियों की संभावना
रिपोर्ट में आगे कहा गया कि 65 फीसदी भारतीय स्टार्टअप अगले 6 महीनों में नई नौकरियां पैदा करने की याजना बना रहे हैं। ये जानकारी 70 स्टार्टअप में काम कर रहे 1,30,896 कर्मचारियों के डेटा के आधार पर रिपोर्ट में दी गई है। पिछले साल आर्थिक अस्थिरता और निवेशकों के सतर्क रवैये के कारण स्टार्टअप इकोसिस्टम को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा। इसके कारण फंडिंग के साथ-साथ नई नौकरियों के अवसर भी कम पैदा हुए।
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रिपोर्ट में कही गई ये बात
रिपोर्ट में कहा गया है कि ज्यादातर कर्मचारी भविष्य को लेकर आश्वस्त हैं। अगले छह महीनों में नई नौकरियां पैदा होंगी। सभी उद्योगों में ऑटोमेशन और डिजिटलीकरण बढ़ने के कारण सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट स्किल्स की मांग सबसे ज्यादा बढ़ रही है। इसके बाद सेल्स में सबसे ज्यादा नौकरियां बढ़ रही हैं।
वहीं, स्टार्टअप कंपनियों के 67 फीसदी कर्मचारियों ने कहा कि वे नौकरी के लिए बड़ी कंपनियों में जाना चाहते हैं। बड़ी संख्या में कर्मचारियों ने माना कि उनकी नौकरी असुरक्षित है। 40 फीसदी कर्मचारी स्टार्टअप में अपनी स्थिति से खुश नहीं हैं। इसके अलावा 30 फीसदी कर्मचारी अच्छी सैलरी और वित्तीय स्थिरता के लिए बड़ी कंपनियों में जाना चाहते हैं।