Police Memorial Day 2023: देश भर में आज पुलिस स्मृति दिवस मनाया जा रहा है। पुलिसकर्मियों द्वारा दिए गए बलिदान तथा राष्ट्रीय सुरक्षा और एकता बनाए रखने के लिए उन्हें विभिन्न राज्यों में सम्मान दिया जा रहा है। जम्मू-कश्मीर दिल्ली, उत्तर प्रदेश सहित देश के कोने-कोने में पुलिसकर्मियों की शहादत पर उन्हें पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि दी जा रही है। इसी कड़ी में जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने श्रीनगर में आयोजित पुलिस स्मृति दिवस 2023 में हिस्सा लिया है।
शहीदों के सर्वोच्च बलिदान का हमेशा ऋणी रहेगा राष्ट्र
पुलिस स्मृति दिवस पर जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने शनिवार को शहीद स्मारक सशस्त्र पुलिस परिसर पहुंचे और शहीद पुलिस और सीएपीएफ कर्मियों को श्रद्धांजलि दी। श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद उपराज्यपाल ने कहा कि राष्ट्र कर्तव्य के दौरान अपने प्राणों की आहुति देने वाले पुलिस कर्मियों की बहादुरी, साहस और सर्वोच्च बलिदान का हमेशा ऋणी रहेगा।
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इस दौरान जवानों ने अपने हथियार उलटे कर दिये और शहीदों के सम्मान में दो मिनट का मौन रखा गया। इस अवसर पर उपराज्यपाल के सलाहकार राजीव राय भटनागर, जिला विकास परिषद श्रीनगर के अध्यक्ष आफताब मलिक, गृह विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव आरके गोयल, पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह और पुलिस प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों ने भी शहीद पुलिसकर्मियों को श्रद्धांजलि अर्पित की।
21 अक्टूबर को ही क्यों मनाया जाता है पुलिस स्मृति दिवस?
बता दें कि 21 अक्टूबर 1959 को CRPF के जांबाज सैनिकों की चीनी सैनिकों ने हत्या कर दी थी। स्वचालित हथियार से लैस चीनी टुकड़ी का मात्र 10 सिपाहियों ने मुकाबला किया था। उस समय CRPF के पास आधुनिक हथियारों की कमी थी, जिस कारण चीनी सैनिकों ने भारत के 10 सैनिकों को शहीद कर दिया था। उसी समय से पुलिस स्मृति दिवस मनाया जाता है।
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