कोलकाताः सिलीगुड़ी में भाजपा के उत्तर कन्या अभियान के दौरान एक कार्यकर्ता की मौत पर मंगलवार को बंगाल पुलिस ने ट्वीट कर दावा किया कि मृतक व्यक्ति को बगल से किसी ने गोली मारी है। पुलिस के मुताबिक अभियान के दौरान बीजेपी कार्यकर्ता को पुलिस ने नहीं बल्कि उसके बगल में खड़े किसी व्यक्ति ने मारा।
शव परीक्षण से पता चला कि उस व्यक्ति की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी, लेकिन ऐसी बंदूकों का इस्तेमाल पुलिस नहीं करती। दूसरी ओर बीजेपी ने पुलिस के दावे को खारिज कर दिया है। बीजेपी के एमपी निशिथ प्रमाणिक ने कहा कि बीजेपी ने मांग की थी कि पोस्टमार्टम के समय वीडियोग्राफी हो, लेकिन रात के अंधेरे में बीजेपी कार्यकर्ता का पोस्टमार्टम किया गया और अब पुलिस मनगढ़ंत कहानी बना रही है।
यदि सामने से गाली मारी गई होती, तो गोली लगने के निशान छाती में नहीं होते। गोली पुलिस द्वारा मारी गई है। पुलिस पूरी तरह से टीएमसी से मिल गई है। उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी की पुलिस की गोली से कार्यकर्ता की मौत हुई है। उन्होंने कहा कि पुलिस के इस दावे के खिलाफ अदालत में अपील करेंगे। उधर इस घटना के खिलाफ आहूत उत्तर बंगाल बंद का विभिन्न इलाकों में खासा असर दिखा। बंद के कारण जनजीवन प्रभावित हुआ।
यह भी पढ़ेंः-श्रीकांत बोले- एमएसपी की व्यवस्था आगे भी रहेगी, एपीएमसी मंडियां भी करती रहेंगी कामकूचबिहार, दिनाजपुर, मालदा , सिलीगुड़ी आदि कई जिलों में गाड़ियां नहीं चल रही हैं और दुकान-पाट भी अपेक्षाकृत कम खुले हैं। बीजेपी समर्थकों ने जगह-जगह जुलूस निकाला तथा सड़कों पर टायर जला कर प्रदर्शन किया। बीजेपी नेताओं ने दावा किया कि बंद पूरी तरह से सफल रहा है। बता दें कि कल बीजेपी के उत्तर कन्या अभियान के दौरान पुलिस व बीजेपी कार्यकर्ताओं में जमकर झड़प हुई थी। इसमें बीजेपी के एक कार्यकर्ता की मौत हो गई थी। बीजेपी ने शांतिपूर्ण जुलूस पर पुलिस द्वारा बल प्रयोग का आरोप लगाया था।