नई दिल्लीः किसान आंदोलन पर अपनी बात रखने के लिए भारतीय जनता पार्टी अब फ्रंट फुट पर खेलने की तैयारी में हैं। इस दौरन इंदौर में किसान सम्मेलन को संबोधित करते हुए बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने एक ऐसा बयान दिया जिसमें वे खुद ही फंसते नजर आए। किसान सम्मेलन में अपने भाषण के दौरान विजयवर्गीय ने कहा कि मध्यप्रदेश में कमलनाथ सरकार गिराने में अगर किसी की महत्वपूर्ण भूमिका थी तो वो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की थी।
उल्लेखनीय है कि, किसान आंदोलन और कृषि कानून पर छिड़ी बहस के बीच भाजपा अलग-अलग शहरों में जा कर किसान सम्मेलन का आयोजन कर रही है और किसान के बीच अपनी बात पहुंचाने का प्रयास कर रही है। जिसमें कैलाश विजयवर्गीय और नरोत्तम मिश्रा को इंदौर की जिम्मेदारी दी गई है।
सम्मेलन में ऐसा क्या बोल गए विजयवर्गीय
किसान सम्मेलन को संबोधित करते हुए कैलाश विजयवर्गीय ने अपने भाषण में कहा कि 'जब तक कमलनाथ जी की सरकार थी, एक दिन चैन से सोने नहीं दिया। अगर भाजपा का कोई कार्यकर्ता था कमलनाथ जी को सपने में भी जो दिखाई देता था वो नरोत्तम मिश्रा जी थे। तालियां बजाकर नरोत्तम मिश्रा जी का स्वागत करें। ये पर्दे के पीछे की बात कर रहा हूं आप किसी को बताना मत, मैंने आज तक किसी को नहीं बताई, पहली बार इस मंच पर बता रहा हूं कि कमलनाथ जी की सरकार गिराने में यदि महत्वपूर्ण भूमिका किसी की थी तो नरेंद्र मोदी जी की थी धर्मेंद्र प्रधान जी की नहीं थी। पर किसी को बताना मत ये बात, आज तक मैने किसी को नहीं बताई।'
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कैलाश विजयवर्गीय के इस बयान पर कांग्रेस ने पलटवार करते हुए कहा कि हमारे आरोपों की पुष्टि खुद कैलाश विजयवर्गीय ने कर दी। कांग्रेस प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने कहा कि 'भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने किसान सम्मेलन के मंच से कांग्रेस के उन तमाम आरोपों की पुष्टि कर दी है कि प्रदेश की लोकप्रिय, जनादेश वाली कमलनाथ सरकार को बीच समय में नरेंद्र मोदी जी के इशारे पर गिराया गया है।'