
गाजीपुरः उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के छठें चरण में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी विरोधी दलोें पर बेहद आक्रामक दिखे। बुधवार को प्रधानमंत्री ने गाजीपुर में मऊ सदर के माफिया विधायक मुख्तार अंसारी के उपर जमकर निशाना साधा। मुख्तार का नाम न लेकर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि दंगों के दौरान खुली जीप में घूमते थे, आज घुटनों पर हैं। घोर परिवारवादियों ने दलित भाई-बहनों की बस्तियां जलाई थीं। हमारे साथी कृष्णानंद राय को गोलियों से छलनी कर दिया गया था। परिवारवादियों (सपा सरकार) के शासन में यहां की पहचान माफिया और बाहुबली बन गए थे। ये पहचान बदलने वालों को सजा देने का अब मौका है। प्रधानमंत्री ने पूर्वांचल खासकर गाजीपुर का सियासी मूड भांपते हुए गाजीपुर निवासी परमवीरचक्र विजेता वीर अब्दुल हमीद और उनकी पत्नी के साथ पूर्व सांसद विश्वनाथ गहमरी को भी याद किया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि विश्वनाथ गहमरी ने तब संसद में बताया था कि लोग गोबर से गेहूं निकालकर उसे धोकर अपना पेट भरने को मजबूर हैं। जिसके दिल में गरीब के लिए दर्द हो, वह गरीबों को इस तरह नहीं छोड़ सकता है। हमने कोरोना जैसे काल में भी गरीबों को मुफ्त अनाज देकर उनका पेट भरने का काम किया है। मोदी ने पूरे सम्बोधन के दौरान सपा के कार्यकाल की याद दिला कहा कि जो लोग इतने असंवेदनशील हैं कि दिव्यांग, वृद्ध और असहाय की पेंशन का पैसा भी खा जाते थे। आज भी इन लोगों की सोच वही है। इन लोगों की नजर आपके विकास के लिए आए हुए पैसों पर है।
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उन्होंने मतदाताओं को परिवारवादियों से सावधान रहने का संदेश देकर जम्मू कश्मीर के उप राज्यपाल मनोज सिन्हा की सराहना की। प्रधानमंत्री ने कहा कि सिंहा आज वह भारत के मुकुट कश्मीर को संभाल रहे हैं। गाजीपुर में पूर्व सांसद और रेल राज्यमंत्री रहे मनोज सिन्हा के समय हुए विकास कार्यों का जिक्र कर प्रधानमंत्री ने कहा कि जिले में कनेक्टिविटी की समस्या दूर हो रही है। ताड़ीघाट रेलमार्ग की मांग छह दशक से हो रही थी। इसे हमारी सरकार ने शुरू कराया। विकास को गति देने के लिए पूर्वांचल एक्सप्रेस वे का निर्माण शुरू हो चुका है। गाजीपुर-बलिया और बक्सर को जोड़ने के लिए भी ऐसा ही काम चल रहा है।
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