नई दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को डेनमार्क की प्रधानमंत्री मेटे फ्रेडरिकसेन के साथ व्यापारिक और द्विपक्षीय संबंधों पर बातचीत की। इसके बाद कोपेनहेगन के अमलीनबोर्ग पैलेस में नरेंद्र मोदी ने डेनमार्क की महारानी मार्ग्रेथ द्वितीय (Queen of Denmark) से मुलाकात की। इस दौरान पीएम मोदी का गर्मजोरी से के साथ स्वागत किया गया। विदेश मंत्रालय ने कहा, "डेनमार्क की रानी मार्ग्रेथ द्वितीय ने आज कोपेनहेगन के ऐतिहासिक अमलीनबोर्ग पैलेस में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगवानी की।"
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महारानी (Queen of Denmark) ने हाल के वर्षो में भारत-डेनमार्क संबंधों में विशेष रूप से हरित रणनीतिक साझेदारी में बढ़ती गति के बारे में विचार साझा किए। उन्होंने सामाजिक कार्यो को आगे बढ़ाने में डेनिश शाही परिवार की भूमिका की भी सराहना की। मंत्रालय ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने उन्हें गर्मजोशी से भरे स्वागत और आतिथ्य सत्कार के लिए धन्यवाद दिया। इससे पहले दिन में प्रधानमंत्री ने फ्रेडरिकसेन के साथ द्विपक्षीय बैठक की और क्षेत्रीय, वैश्विक मामलों सहित कई मुद्दों पर चर्चा की।
दोनों नेताओं ने आमने-सामने बातचीत की, जिसके बाद प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता हुई। दोनों प्रधानमंत्रियों ने भारत-डेनमार्क हरित सामरिक साझेदारी की प्रगति की समीक्षा की। इन चर्चाओं में अक्षय ऊर्जा, विशेष रूप से अपतटीय पवन ऊर्जा और हरित हाइड्रोजन के साथ-साथ कौशल विकास, स्वास्थ्य, शिपिंग, पानी और आर्कटिक में सहयोग शामिल है।
प्रधानमंत्री ने सरकार के प्रमुख कार्यक्रमों में भारत में डेनिश कंपनियों के सकारात्मक योगदान की सराहना की। इसी तरह, प्रधानमंत्री फ्रेडरिकसन ने डेनमार्क में भारतीय कंपनियों की सकारात्मक भूमिका की समीक्षा की। दोनों नेताओं ने दोनों देशों के बीच लोगों के बीच बढ़ते संबंधों की सराहना की और प्रवास और मोबिलिटी पार्टनरशीप का स्वागत किया।
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