वांशिगटनः अमेरिकी संसद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पहुंचते ही मोदी-मोदी के नारे गूंज उठे। यह दूसरी बार था जब प्रधानमंत्री मोदी ने अमेरिकी संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित किया। इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के साथ द्विपक्षीय वार्ता के बाद पीएम मोदी ने संयुक्त बयान जारी किया। अपने संबोधन में पीएम ने सीमा पार आतंकवाद को लेकर पाकिस्तान पर निशाना साधा।
पीएम मोदी ने कहा कि जब भारत विकास करता है तो इसका फायदा सिर्फ देशवासियों को ही नहीं होता, बल्कि पूरी दुनिया का विकास होता है। पीएम ने कहा कि अगले कुछ सालों में भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा।
वहीं, व्हाइट हाउस में संबोधन के बाद पीएम मोदी ने कई ट्वीट भी किए। पीएम ने अपने ट्वीट में कहा, गर्मजोशी और भव्य स्वागत से मैं बहुत प्रभावित हूं। आने वाले समय में और भी गहरे संबंधों और आपसी सहयोग को बढ़ावा देने के लिए तत्पर हूं। व्हाइट हाउस में भारतीय समुदाय की उत्साहपूर्ण उपस्थिति देखकर खुशी हुई। उनका समर्थन और गर्मजोशी वास्तव में उन गहरे संबंधों का प्रतीक है जो हमारे दोनों देशों को एक साथ बांधते हैं। यह हमारे साझा मूल्यों और आपसी सम्मान का प्रमाण है।
व्हाइट हाउस में एक पत्रकार के सवाल पर पीएम मोदी ने आपत्ति जताई। दरअसल, जैसे ही पत्रकार ने कहा कि लोग कहते हैं कि भारत एक लोकतांत्रिक देश है, तो पीएम मोदी ने कहा कि मुझे आश्चर्य है कि आप कह रहे हैं कि लोग कहते हैं। लोग कहते हैं नहीं लेकिन भारत लोकतांत्रिक है। पीएम मोदी ने कहा कि भारत और अमेरिका दोनों के डीएनए में लोकतंत्र है।
पीएम मोदी ने आगे कहा कि हिंद-प्रशांत में शांति और सुरक्षा हमारी साझा प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि मैं और राष्ट्रपति बिडेन इस बात पर एकमत हैं कि इस क्षेत्र का विकास और सफलता पूरी दुनिया के लिए महत्वपूर्ण है। पीएम ने कहा, व्हाइट हाउस में इतनी बड़ी संख्या में भारतीयों की मौजूदगी इस बात का सबूत है कि भारतीय-अमेरिकी हमारे रिश्ते की असली ताकत हैं।
व्हाइट हाउस में बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा कि भारत और अमेरिका आतंकवाद और कट्टरपंथ के खिलाफ लड़ाई में कंधे से कंधा मिलाकर चल रहे हैं। पीएम मोदी ने कहा कि हम इस बात से सहमत हैं कि सीमा पार आतंकवाद को खत्म करने के लिए ठोस कार्रवाई जरूरी है। पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि अमेरिका के साथ हमारे आर्थिक रिश्ते तेजी से बढ़ रहे हैं। पिछले एक दशक में हमारे देशों के बीच व्यापार लगभग दोगुना होकर 191 बिलियन डॉलर से अधिक हो गया है, जिससे भारत और अमेरिका दोनों में हजारों नौकरियां पैदा हुई हैं।
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बिडेन के साथ एक संयुक्त बयान जारी करते हुए मोदी ने कहा कि व्यापार और निवेश में अमेरिका-भारत की साझेदारी न केवल दोनों देशों के लिए बल्कि वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए भी महत्वपूर्ण है। आज अमेरिका भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार है। हमने लंबित व्यापार मुद्दों को निपटाने और एक नई शुरुआत करने का फैसला किया है।
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