मोहालीः प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को पंजाब के मोहाली जिले में ‘होमी भाभा कैंसर अस्पताल एवं अनुसंधान केंद्र’ का उद्घाटन किया। इस मौके पर पंजाब के राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित, मुख्यमंत्री भगवंत मान और केंद्रीय मंत्री जितेन्द्र सिंह भी उपस्थित रहे। बता दें कि इस अस्पताल को 660 करोड़ रुपये की लागत से टाटा मेमोरियल सेंटर ने निर्मित किया है, जो भारत सरकार के परमाणु ऊर्जा विभाग के तहत सहायता-प्राप्त संस्थान है।
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यह कैंसर अस्पताल तृतीयक स्तर का अस्पताल है, जिसकी 300 बिस्तरों की क्षमता है। अस्पताल कैंसर के सभी प्रकारों के उपचार के लिये हर आधुनिक सुविधाओं से लैस है। यहां सर्जरी, रेडियोथेरेपी और मेडिकल ऑन्कोलॉजी– कीमोथेरेपी, इम्यूनोथेरेपी और बोन मैरो ट्रांसप्लांट की सुविधा उपलब्ध होगी। यह अस्पताल पूरे क्षेत्र में कैंसर सुविधा और उपचार के लिये “केंद्र” के रूप में और संगरूर में 100 बिस्तरों वाला अस्पताल इसकी “शाखा” के रूप में कार्य करेगा।
इस दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि पिछले आठ सालों में देश में स्वास्थ्य सुविधाओं के विकास में बड़े स्तर पर काम हुआ है। इसी क्रम में देश में 2014 के बाद 200 से अधिक मेडिकल कॉलेज बनाए गए हैं। प्रधानमंत्री आज पंजाब के मोहाली जिले में ‘होमी भाभा कैंसर अस्पताल एवं अनुसंधान केंद्र’ का उद्घाटन करने के बाद जनसभा को संबोधित कर रहे थे। अस्पताल को 660 करोड़ रुपये की लागत से टाटा मेमोरियल सेंटर ने निर्मित किया है, जो भारत सरकार के परमाणु ऊर्जा विभाग के तहत सहायता-प्राप्त संस्थान है। यह कैंसर अस्पताल तृतीयक स्तर का अस्पताल है, जिसकी 300 बिस्तरों की क्षमता है।
जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कैंसर से डरें नहीं। उन्होंने कहा भारत में स्वास्थ्य के क्षेत्र में जितना काम पिछले 7-8 साल में हुआ है, उतना पिछले 70 साल में भी नहीं हुआ। आज स्वास्थ्य के क्षेत्र के लिए गरीब से गरीब को आरोग्य की सुविधा के लिए आज एक नहीं, दो नहीं, छह मोर्चों पर एक साथ काम करके देश की स्वास्थ्य सुविधाओं को सुधारा जा रहा है। उन्होंने कहा कि भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के लिए इसकी स्वास्थ्य सेवाओं का विकास करना महत्वपूर्ण है। पिछले आठ वर्षों में समग्र स्वास्थ्य सेवा को देश में सर्वोच्च प्राथमिकताओं में रखा गया है। उनकी सरकार आज छह मोर्चों पर एक साथ काम करके देश की स्वास्थ्य सुविधाओं को सुधार रही है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि 2014 से पहले देश में 400 से भी कम मेडिकल कॉलेज थे। यानि पिछले 70 सालों में 400 से भी कम मेडिकल कॉलेज बने थे। वहीं बीते 8 साल में 200 से ज्यादा नए मेडिकल कॉलेज देश में बनाए गए हैं। उन्होंने कहा कि अस्पताल बनाना जितना ज़रूरी है, उतना ही ज़रूरी पर्याप्त संख्या में अच्छे डॉक्टरों का होना भी है, दूसरे पैरामेडिक्स का उपलब्ध होना भी है। इसके लिए भी आज देश में मिशन मोड पर काम किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि पहला मोर्चा है, प्रिवेंटिव हेल्थकेयर को बढ़ावा देने का। दूसरा मोर्चा है, गांव-गांव में छोटे और आधुनिक अस्पताल खोलने का। तीसरा मोर्चा है- शहरों में मेडिकल कॉलेज और मेडिकल रीसर्च वाले बड़े संस्थान खोलने का। चौथा मोर्चा है- देशभर में डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ की संख्या बढ़ाने का। पांचवा मोर्चा है- मरीजों को सस्ती दवाइयां, सस्ते उपकरण उपलब्ध कराने का और छठा मोर्चा है- टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करके मरीजों को होने वाली मुश्किलें कम करने का। उन्होंने कहा कि भारत को विकसित बनाने के लिए उसकी स्वास्थ्य सेवाओं का भी विकसित होना उतना ही जरूरी है। जब भारत के लोगों को इलाज के लिए आधुनिक अस्पताल मिलेंगे, आधुनिक सुविधाएं मिलेंगीं, तो वो और जल्दी स्वस्थ होंगे और उनकी ऊर्जा सही दिशा में लगेगी।
मोदी ने कहा कि आजादी के अमृत काल में देश नए संकल्पों को प्राप्त करने की तरफ आगे बढ़ रहा है। आज का ये कार्यक्रम भी देश की बेहतर होती स्वास्थ्य सेवाओं का प्रतिबिंब है। होमी भाभा कैंसर हॉस्पिटल एवं रिसर्च सेंटर से पंजाब, हरियाणा के साथ ही हिमाचल प्रदेश के लोगों को भी लाभ होने वाला है। प्रधानमंत्री ने कहा कि अच्छे हेल्थकेयर सिस्टम का मतलब सिर्फ चार दीवारें बनाना नहीं होता। किसी भी देश का हेल्थकेयर सिस्टम तभी मजबूत होता है, जब वो हर तरह से समाधान दे, कदम-कदम पर उसका साथ दे। इसलिए बीते आठ वर्षों में देश में होलिस्टिक हेल्थकेयर को सर्वोच्च प्राथमिकताओं में रखा गया है।
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