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शनिदेव को प्रसन्न करने को जरूर करें हनुमान चालीसा का पाठ

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नई दिल्लीः हिंदू धर्मशास्त्रों के अनुसार यदि किसी व्यक्ति की साढ़ेसाती चल रही हो तो उसे हर शनिवार के दिन भगवान शनि की आराधना अवश्य करनी चाहिए। ऐसा करने से भगवान शनि की कृपा उस व्यक्ति पर होती है और उसे कष्टों से भी मुक्ति मिल जाती है। हिंदु मान्यताओं के मुताबिक यदि भगवान शनि को प्रसन्न करना हो तो हर शनिवार को हनुमान चालीसा का पाठ भी करना चाहिए।

ऐसा माना जाता है कि भगवान बजरंगबली का ध्यान करने और उनकी पूजा करने से भगवान शनि भी प्रसन्न हो जाते हैं और आराधना करने वाले व्यक्ति पर उनकी कृपा सदैव बनी रहती है। पौराणिक कथाओं के अनुसार जब लंकापति रावण ने भगवान शनि को बंदी बना लिया था तो भगवान बजरंगबली ने ही उन्हें बंधन से मुक्त कराया था। तब भगवान शनि ने यह कहा था कि जो भी व्यक्ति भगवान हनुमान की आराधना और ध्यान करेगा उस पर उनकी कृपा सदैव बनी रहेगी। शनिवार के दिन भगवान शनि को सरसों का तेल और काला तिल अर्पण किया जाता है। इसके साथ ही भगवान शनि का प्रिय रंग काला है। इसलिए आज के दिन कई लोग काले रंग के कपड़े भी धारण करते हैं। शनिवार के दिन काले कुत्ते या काली गाय को भी भोजन कराने से शुभ फल की प्राप्ति होती है। शनिवार के दिन भिखारी को भोजन कराने से भी शनिदेव प्रसन्न हो जाते हैं।

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भगवान शनि सूर्यदेव के पुत्र हैं। ऐसा माना जाता है कि वह अपने पिता से बहुत अधिक दूरी पर रहने के चलते ही प्रकाशहीन है। भगवान शनि को न्याय का भी देवता माना जाता है। उन्हें प्रसन्न करना आसान नही होता, लेकिन यदि वह किसी पर प्रसन्न हो जाते हैं तो फिर उसे कभी भी किसी तरह का कोई कष्ट नही होता और उसके घर में सदैव सुख-समृद्धि का वास बना रहता है। शनिवार के दिन पीपल के पेड़ में प्रातःकाल के समय स्नान के बाद जल जरूर अर्पण करना चाहिए। इसके साथ ही शमी के पेड़ की भी पूजा करनी चाहिए। ऐसा करने से भगवान शनि की कृपा बनी रहती है।