Delhi Bus: दिल्ली में आए दिन बस ड्राइवरों द्वारा दुर्व्यवहार की शिकायतें आती रहती हैं। सच तो यह है कि सबसे ज्यादा शिकायतें दुव्र्यवहार की आती हैं। दिल्ली सरकार के परिवहन विभाग की ओर से बसों में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) लगाया जाएगा। इसके जरिए बस चालकों और परिचालकों के व्यवहार पर नजर रखी जाएगी। इतना ही नहीं, एआई यात्रियों द्वारा किए जाने वाले दुर्व्यवहार का भी पता लगाएगा और एआई के जरिए यात्रियों के अनुभव के आधार पर बसों में बदलाव किए जाएंगे। इससे बसें अधिक सुविधाजनक हो सकती हैं। परिवहन विभाग इस पर तेजी से काम कर रहा है।
दिल्ली की सड़कों पर 7582 बसें दौड़ रही हैं। दिल्ली में इन बसों को चलाने के लिए करीब 15 हजार ड्राइवर और कंडक्टर हैं। दिल्ली सरकार की इन बसों में रोजाना करीब 41 लाख लोग सफर करते हैं। दिल्ली सरकार ने महिलाओं के लिए बसों में यात्रा मुफ्त कर दी है। ऐसे में बड़ी संख्या में महिलाएं बसों में सफर करती हैं। पहले महिलाओं की सुरक्षा के लिए बस मार्शल तैनात थे, लेकिन उन्हें हटा दिया गया है।
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परिवहन विभाग के अधिकारियों के मुताबिक, दिल्ली में बसें दिल्ली परिवहन निगम (डीटीसी) और दिल्ली इंटीग्रेटेड मल्टीमॉडल ट्रांजिट सिस्टम (डीआईएमटीएस) के तहत चलती हैं। बसों में ड्राइवर और कंडक्टरों द्वारा दुर्व्यवहार की शिकायतें बड़ी संख्या में आती हैं। इस तरह की शिकायतों से परिवहन विभाग की छवि खराब होती है। वन दिल्ली ऐप या हेल्पलाइन नंबर पर जो भी शिकायतें आती हैं, उनका जल्द से जल्द समाधान किया जाता है। यहां तक कि दुर्व्यवहार के मामलों में सीसीटीवी कैमरे भी मदद नहीं करते हैं।
दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत का कहना है कि बसों में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के जरिए ड्राइवर और कंडक्टरों के व्यवहार पर नजर रखी जाएगी। इससे यह पता लगाया जाएगा कि गलती किसकी है। परिवहन मंत्री का कहना है कि हमने पर्याप्त संख्या में बसों का ऑर्डर दे दिया है। अब हमारा सारा फोकस बसों के बेहतर संचालन पर रहेगा।
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