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औद्योगिक विकास के जरिए आसान होगी रोजगार की राह

Workers working inside a factory as the state government allows factories to open during first unlock

भोपालः मध्य प्रदेश में सरकार इन दिनों निवेश को आकर्षित करने की कोशिश में लगी है ताकि औद्योगिक विकास हो और उसके जरिए रोजगार की राह को आसान किया जा सके। इसी क्रम में राज्य में जहां निवेशकों को आमंत्रित किया जा रहा है तो वहीं उन्हें बेतहर सुविधाएं देने के भी वादे हो रहे हैं। उद्योग आयुक्त एवं एमएसएमई के सचिव पी. नरहरि ने बताया है कि जन-कल्याण एवं सुराज अभियान के तहत प्रदेश में हो रहे औद्योगिक विकास का लक्ष्य मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान एमएसएमई, औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन विभाग द्वारा औद्योगिक क्षेत्रों में उद्योगों को आवंटित किए जा रहे भूखंडों के आशय पत्रों का वितरण करेंगे। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री पांच जिलों में 54 उद्योगों को 76 भूखंडों के आशय पत्र वर्चुअली वितरित करेंगे। जावद से इंदौर, भोपाल, जबलपुर और ग्वालियर के एमपीआईडीसी कार्यालय वर्चुअली जुड़ेंगे। इस दौरान मुख्यमंत्री चौहान जावद से उद्योगपति और नव उद्यमियों से संवाद भी करेंगे।

औद्योगिक विकास की बढ़ती कड़ी में डाबर इंडिया ने धार के पीथमपुर में 19.62 हेक्टेयर में 570 करोड़ के निवेश की योजना है, जिससे लगभग 1200 से अधिक व्यक्तियों के लिए रोजगार उपलब्ध हो सकेगा।

डाबर इंडिया के चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर मोहित मल्होत्रा ने कहा कि राज्य की देवारण्य योजना आयुर्वेदिक और पर्सनल केयर प्रोडक्ट बनाने वाली इकाइयों के लिए उपयोगी है और स्थानीय स्तर पर आय संवर्धन के लिए सार्थक है। औद्योगिक निवेश के लिए सकारात्मक वातावरण और सुविधाओं को देखते हुए डाबर अन्य राज्यों की अपेक्षा मध्यप्रदेश में निवेश का इच्छुक है।

बताया गया है कि डाबर इंडिया द्वारा स्थापित होने वाली इकाई में खाद्य सामग्री, च्यवनप्राश सहित अन्य आयुर्वेदिक उत्पाद, पर्सनल केयर संबंधी प्रोडक्ट बनाए जायेंगे। इकाई की कुल उत्पादन क्षमता लगभग 75 हजार मीट्रिक टन प्रतिवर्ष होगी।

मुख्यमंत्री चौहान से वेकमेट इंडिया लिमिटेड के डायरेक्टर मयंक अग्रवाल और राहुल अग्रवाल ने भी भेंट की। उन्होंने बीओपीटी, बीओपीपी फिल्म निर्माण की 900 करोड़ रुपए निवेश की योजना पर चर्चा की। इससे लगभग 800 व्यक्तियों के लिए रोजगार उपलब्ध होगा। इसी क्रम में महाकौशल डिस्टिलरी प्राइवेट लिमिटेड के प्रदीप अग्रवाल और विकास मित्तल ने इथेनॉल उत्पादन संबंधी प्रस्ताव रखे।

मुख्यमंत्री चौहान से मुलाकात कर बेस्ट कॉपोर्रेशन प्राइवेट लिमिटेड के मैनेजिंग डायरेक्टर आर. राजकुमार ने बताया कि उनका संस्थान मोहासा, होशंगाबाद में भी कॉटन स्पिनिंग, होजरी, फेब्रिक निटिंग और वैट प्रोसेसिंग इकाई स्थापित करेगा। इकाई में नौ हजार व्यक्तियों को रोजगार मिलेगा।

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मुख्यमंत्री चौहान ने औद्योगिक निवेश का स्वागत करते हुए कहा है कि प्रदेश में औद्योगिक निवेश और औद्योगिक इकाइयों की स्थापना और विस्तार के लिए राज्य सरकार सभी प्रकार का सहयोग प्रदान करेगी। राज्य सरकार त्वरित कार्य और समय-सीमा में गतिविधियों के संचालन के लिए प्रतिबद्ध है।

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