वाशिंगटन: फ़िलिस्तीन समर्थकों ने कई अमेरिकी विश्वविद्यालयों की शैक्षणिक इमारतों पर कब्ज़ा कर लिया है। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस बुलानी पड़ी। पुलिस ने हिंसा के जवाब में सैकड़ों फिलिस्तीन समर्थक प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया है। अमेरिका के प्रमुख अखबार न्यूयॉर्क टाइम्स ने अपनी रिपोर्ट में स्थिति की भयावहता पर विस्तार से चर्चा की है।
यूनिवर्सिटी में हिंसक हिंसक झड़प
न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिकी शैक्षणिक परिसरों में बढ़ती हिंसा से निपटने के लिए पुलिस को बुलाया गया है। लगभग पूरे अमेरिका में यही स्थिति है। फ़िलिस्तीन समर्थक प्रदर्शनकारियों ने शिविर लगा लिया है। कई शैक्षणिक भवनों को अपने नियंत्रण में ले लिया गया है। वह यहां से हटने को तैयार नहीं है। पुलिस इन परिसरों में प्रवेश कर चुकी है। लॉस एंजिलिस की कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी हिंसक झड़पों का सबसे बड़ा केंद्र बनकर उभरी है।
कई छात्र भी गिरफ्तार
रिपोर्ट में कहा गया है कि लगभग 200 प्रदर्शनकारियों के एक समूह ने उस इमारत को निशाना बनाया जहां फिलिस्तीनी समर्थक डेरा डाले हुए थे। इस समूह ने इमारत को गिराने की कोशिश की। यहां दोनों पक्षों के बीच कई घंटों तक तीखी झड़प हुई। दोनों पक्ष आपस में भिड़ गए और एक दूसरे पर केमिकल छिड़क दिया।
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इस स्थिति पर मेयर एरिक एडम्स ने कहा कि न्यूयॉर्क में करीब 300 प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया गया है। इनमें कोलंबिया के छात्र भी शामिल हैं। कोलंबिया स्कूल के अध्यक्ष ने पुलिस से स्नातक स्तर तक पढ़ाई पूरी होने तक परिसर में रहने का आग्रह किया है। न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, लगभग दो सप्ताह में अमेरिकी परिसरों में 1,600 से अधिक प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया गया है।
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