नई दिल्ली : अगर आप भी पैकेज्ड बेक किए गए सामान और स्नैक्स, फिजी ड्रिंक, शर्करा युक्त अनाज और रेडी टू ईट फूड लेना पसंद करते हैं तो सावधान हो जाएं, क्योंकि एक शोध में पता चला है कि, यह समय से पहले मौत का खतरा बढ़ा सकता है।
स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है अल्ट्रा-प्रोसेस्ड फूड
बता दें, अल्ट्रा-प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थों में अक्सर रंग, इमल्सीफायर और स्वाद के लिए कई चीजें मिलाई जाती हैं। इसमें आमतौर पर ऊर्जा, अतिरिक्त चीनी, संतृप्त वसा और नमक काफी ज्यादा मात्रा में होता है। लेकिन इसमें विटामिन और फाइबर की कमी होती है। जिसकी वजह से कई हमें घातक बीमारियों का सामना भी करना पड़ता सकता है। साथ ही ये मुख्य रुप से मोटापा, मधुमेह, कैंसर, हृदय रोग का कारण बनता है।
घातक बिमारियों को देता है दावत
परिणामों से पता चला कि, प्रति दिन औसतन सात सर्विंग अल्ट्रा-प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थ खाने से मौत का खतरा नौ प्रतिशत तक बढ़ जाता है। इस समूह में प्रतिभागियों के बीच किसी भी कारण से मृत्यु की सालाना दर प्रति एक लाख व्यक्ति 1,536 थी। इसके अलावा, मांस, पोल्ट्री, और समुद्री खाद्य-आधारित रेडी-टू-ईट उत्पाद खाने से मौत का सबसे अधिक खतरा देखा गया। इसमें चीनी-मीठा और कृत्रिम रूप से मीठे पेय पदार्थ, डेयरी-आधारित डिजर्ट और अल्ट्रा-प्रोसेस्ड ब्रेकफास्ट भी शामिल हैं।
ये भी पढ़ें: बच्चों को परफेक्ट बनाने के चक्कर में पेरेंट्स हो रहे तनाव का शिकार
शोधकर्ताओं ने कहा, ''हालांकि यह एक अवलोकन अध्ययन है, इसलिए कारण और प्रभाव के बारे में कोई ठोस निष्कर्ष नहीं निकाला जा सकता है, लेकिन लंबे समय तक स्वस्थ्य रहने के लिए अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड को कम करने की सलाह दी जाती है।
(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर(X) पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)