ग्वालियरः भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को लीगल नोटिस जारी किया गया है। यह नोटिस मध्य प्रदेश की ओबीसी महासभा ने भेजा है। इस नोटिस में राहुल गांधी के मुद्दे पर जेपी नड्डा ने ट्वीट कर ओबीसी महासभा का अपमान करने की बात कही है। इसी ट्वीट को आधार मानते हुए ओबीसी महासभा नेशनल कोर कमेटी के सदस्य की ओर से जेपी नड्डा को नोटिस भेजा गया है।
दरअसल, 24 मार्च को बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष द्वारा किए गए एक ट्वीट में कहा गया था कि राहुल गांधी का अहंकार बहुत बड़ा है और समझ बहुत छोटी है, उन्होंने अपने राजनीतिक लाभ के लिए पूरे ओबीसी समुदाय को चोर कहकर उनका अपमान किया। इस मामले पर ओबीसी महासभा की कोर कमेटी के सदस्य धर्मेंद्र कुशवाहा द्वारा भाजपा अध्यक्ष नड्डा को भेजे नोटिस में कहा गया है कि उन्होंने लगातार ओबीसी समुदाय की भावनाओं को ठेस पहुंचाई है।
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इस मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट के वकील वरुण ठाकुर ने कहा कि नोटिस में यह भी कहा गया है कि अगर नड्डा 7 दिनों के भीतर ओबीसी समुदाय से माफी नहीं मांगते हैं तो उनके खिलाफ अदालत में मानहानि का मुकदमा दायर किया जाएगा। भेजे गए नोटिस में कहा गया है कि न तो गुजरात और न ही केंद्र सरकार मोदी के उपनाम को ओबीसी श्रेणी में सूचीबद्ध करती है। राहुल गांधी ने सिर्फ मोदी शब्द का इस्तेमाल किया है, ओबीसी वर्ग का नहीं, इसलिए राहुल गांधी के मुद्दे पर ओबीसी विवाद में मोदी सरनेम के नाम पर ओबीसी वर्ग नहीं घसीटा जाना चाहिए।
ओबीसी महासभा राष्ट्रीय कोर कमेटी के सदस्य धर्मेंद्र कुशवाहा का कहना है कि मैं जेपी नड्डा से पूछना चाहता हूं कि केंद्र की ओबीसी की सूची में मोदी जाति का जिक्र नहीं है। गुजरात में भी मोदी जाति का कोई जिक्र नहीं है तो क्या कारण है कि आप OBC को हर तरफ ढोल की तरह बजा रहे हैं। इसलिए हमने उन्हें नोटिस दिया है कि अगर वह माफी नहीं मांगते हैं तो हम आगे केस फाइल करेंगे।
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