लखनऊ : पहले चरण के लिए चुनाव प्रचार 17 तारीख को खत्म हो जाएगा। इस चरण में पश्चिमी उत्तर प्रदेश की आठ सीटों पर चुनाव होना है। समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के गठबंधन के तहत इस संसदीय क्षेत्र की सहारनपुर सीट कांग्रेस के जिम्मे है। कांग्रेस ने यहां से इमरान मसूद को मैदान में उतारा है, लेकिन अभी तक उत्तर प्रदेश से किसी बड़े केंद्रीय कांग्रेसी नेता की गैरमौजूदगी से पता चलता है कि कांग्रेस ने यहां सब कुछ सपा के हाथों में छोड़ दिया है।
कांग्रेस के दिग्गजों का मोहभंग ?
हालांकि, कांग्रेस की उत्तर प्रदेश टीम काफी सक्रिय है। चुनाव के दौरान अजय राय लगातार दौरे कर रहे हैं तो वहीं उत्तर प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे लगातार पश्चिमी उत्तर प्रदेश की समीक्षा में जुटे हुए हैं। इसके बावजूद अब तक राहुल गांधी, प्रियंका गांधी या कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे का उत्तर प्रदेश में चुनावी दौरा न करना कांग्रेस नेताओं को परेशानी में डाल रहा है। ऐसा लगता है कि कांग्रेस के दिग्गजों का उत्तर प्रदेश से मोहभंग हो गया है।
दक्षिण पर ध्यान दे रही कांग्रेस
कांग्रेस के प्रदेश मीडिया प्रभारी सी.पी. राय का कहना है कि सहारनपुर में रोड शो के लिए केंद्रीय नेतृत्व के किसी वरिष्ठ पदाधिकारी के आने की संभावना है। यहां से पत्र भेजा गया है, लेकिन अभी तक औपचारिक अनुमति नहीं मिली है। उन्होंने कहा कि हमारा एक-एक कार्यकर्ता पूरे मनोयोग से चुनाव मैदान में लगा हुआ है। हम समाजवादी पार्टी के साथ भी समन्वय बनाकर काम कर रहे हैं।'
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राजनीतिक विश्लेषक राजीव रंजन सिंह कहते हैं कि जिस राज्य में कांग्रेस पिछली बार सिर्फ एक सीट जीत सकी थी, उस पर ज्यादा ध्यान देना ठीक नहीं है। इसी वजह से कांग्रेस दक्षिण पर ज्यादा जोर दे रही है, जहां उसे ज्यादा सीटें मिलने की संभावना है।