कोलकाताः राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) द्वारा पकड़े पश्चिम बंगाल के गये आतंकियों के तार मुर्शिदाबाद से पकड़े गए छ: आतंकियों के तार जमशेदपुर से जुड़े हुए हैं। अब जांच एजेंसी के सूत्रों ने बताया है कि लौहनगरी के तौर पर जाने जाने वाले इस शहर में बड़ी आबादी अल्पसंख्यक समुदाय की है और यहां से पहले भी बड़ी संख्या में आतंकियों की गिरफ्तारी होती रही है।
अब खबर है कि मुर्शिदाबाद से जिन छह आतंकियों को पकड़ा गया है उन्होंने जमशेदपुर में भी लंबे समय तक पनाह ली थी और कई लोगों से मिले जुले हैं। सूत्रों ने यह भी बताया कि इन आतंकियों ने लौहनगरी में बड़े पैमाने पर युवाओं को आतंक की राह पर आगे बढ़ाया है और प्रशिक्षण दिलवाया है।
खबर है कि पिछले साल 21 सितंबर को झारखंड एटीएस ने टाटानगर रेलवे स्टेशन से कलीमुद्दीन नाम के जिस आतंकी को गिरफ्तार किया था उसका संबंध हाल में गिरफ्तार आतंकियों से रहा है। फिलहाल कलीमुद्दीन झारखंड की जेल में बंद है। इसके अलावा दिल्ली पुलिस की स्पेशल टीम ने अलकायदा के संदिग्ध आतंकी जीशान अली को भी गिरफ्तार किया था।
यह भी पढ़ेंः-कृषि विधेयक पर डेरेक बोले- 2028 से पहले दोगुनी नहीं हो सकती आयवह भी जमशेदपुर से जुड़ा रहा है। ऐसे ही कई अन्य आतंकियों की गिरफ्तारी इलाके में हुई है और इन सभी के तार एक दूसरे से जुड़े रहे हैं। इसीलिए अब बंगाल पुलिस, कोलकाता पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स, झारखंड पुलिस और एनआईए एक साथ मिलकर पश्चिम बंगाल के साथ जमशेदपुर में भी कई संदिग्धों से पूछताछ और गिरफ्तारी की कोशिशों में जुट गई है।