पटनाः जंगलराज का युवराज कहे जाने पर तेजस्वी यादव ने रविवार को पीएम मोदी पर पलटवार किया है। तेजस्वी ने ट्वीट कर पीएम पर हमला बोलते हुए कहा कि आदरणीय प्रधानमंत्री जी ने वर्ष 2014 में मोतिहारी की चुनावी सभा में कहा था कि वो मोतिहारी की बंद चीनी मिल को शुरू करवा अगली बार मोतिहारी आने पर उसमें बनी चीनी की ही चाय पियेंगे। प्रधानमंत्री जी आज 6 वर्ष बाद मोतिहारी आए, लेकिन उस बंद चीनी मिल एवं चाय के बारे में कुछ नहीं बोले।
तेजस्वी यादव ने अपने पिता के एक दिन में सर्वाधिक 16 चुनावी सभाएं करने का रिकॉर्ड रविवार को 17 चुनावी सभा करके तोड़ दिया। उन्होंने दूसरे चरण के चुनाव प्रचार के अंतिम दिन रविवार को नालंदा में दो चुनावी सभाओं को संबोधित किया। चुनावी सभा में वे कुछ अलग अंदाज में दिखे। तेजस्वी भीड़ से लगातार बात करते रहे। वह लोगों से सवाल पूछते रहे और भीड़ उसका जवाब देती रही। उन्होंने भीड़ से कारखाना लगाने, रोजगार देने आदि के बारे में सवाल पूछा तो भीड़ ने ना, ना कहकर अपनी बात कही।
तेजस्वी ने कहा कि सत्ता में आने का एक मौका दीजिए, उम्मीदों को पूरा कर देंगे। 10 तारीख को नीतीश कुमार की विदाई तय है। उन्होंने कहा कि एनडीए के 15 वर्षों के शासन में गरीबी और बेरोजगारी बढ़ी है। जो व्यक्ति 15 साल में भी रोजगार नहीं दे सका, कारखाना नहीं लगा सका, भ्रष्टाचार नहीं रोक सका, वह अगले 15 साल में भी कुछ नहीं कर सकता। अगर यहां सुविधा मिलती तो यहां के लोग पढ़ने के लिए कोटा व मजदूरी करने के लिए मजदूर दूसरे राज्यों में नहीं जाते। तेजस्वी ने कहा कि हमारी सरकार बनी तो प्रतियोगी परीक्षा की सभी फीस माफ की जाएगी। परीक्षा देने जाने वाले अभ्यर्थियों का किराया भी माफ होगा।
यह भी पढ़ेंः-लिव इन में रह रही युवती को प्रेमी ने मारी गोली, फांसी के फंदे में लटका मिला युवकजीविका, आंगनबाड़ी, विकास मित्र, आशा व अनुबंध पर कार्यरत अन्य कर्मियों के मानदेय में चार हजार रुपए तक की बढ़ोतरी होगी। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि महागठबंधन की सरकार बनी तब पहली कैबिनेट की बैठक में दस लाख युवाओं को सरकारी नौकरी दे देंगे। सरकार बनते ही एक माह के भीतर नौकरी मिलनी शुरू हो जाएगी। तेजस्वी ने कहा कि नीतीश कुमार कहते हैं कि लालटेन का जमाना समाप्त हो गया, तो अब तीर का भी जमाना समाप्त हो गया है। अब मिसाइल का जमाना आ गया है। तेजस्वी को सुनने के लिए भारी संख्या में लोग पहुंचे थे। भीड़ ऐसी थी कि पुलिस को संभालना मुश्किल हो गया था. लोग बेरिकेडिंग तोड़ मंच के समीप पहुंच गए।