
पटनाः बिहार में संभावित बाढ के खतरे से निपटने के लिए एनडीआरएफ की टीमें संवेदनशील जिलों में तैनात की जा रही हैं। पटना के बिहटा स्थित एनडीआरएफ, 9 वीं बटालियन की 10 टीमों को इस वर्ष मानसून के दौरान संभावित बाढ़ के खतरे के मद्देनजर बिहार राज्य के अलग-अलग जिलों में तैनात किया जा रहा है। कमांडेंट विजय सिन्हा ने बताया कि बिहार राज्य आपदा प्रबंधन विभाग के मांग पर तथा बल मुख्यालय एनडीआरएफ, नई दिल्ली की सहमति से 9 वी वाहिनीं एनडीआरएफ की कुल 10 टीमों को बिहार राज्य के अररिया, सुपौल, किशनगंज, दरभंगा, मुजफफरपुर, गोपालगंज, मोतिहारी, बेतिया तथा पटना जिलों में तैनात किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि वर्तमान में बेतिया, अररिया, किशनगंज, दरभंगा, मोतिहारी, गोपालगंज तथा झारखंड के जमशेदपुर जिले में टीमों की तैनाती की जा चुकी है। शेष बाकी अन्य जिलों में जरूरत के हिसाब से जल्दी ही एनडीआरएफ टीमें तैनात कर दी जाएगी। उन्होंने कहा कि सभी टीमें अत्याधुनिक बाढ बचाव उपकरण, कटिंग टूल्स व उपकरण संचार उपकरण, मेडिकल फस्र्ट रेस्पांडर किट, डीप डाइविंग सेट इनफ्लैटेबल लाइटिंग टावर आदि से लैस है। सिन्हा ने बताया कि बाढ़ से पहले एनडीआरएफ की सभी टीमें सम्बंधित तैनाती वाले जिलों में जन जागरूकता अभियान तथा आपदा विषय पर स्कूलों में प्रशिक्षण व मॉक ड्रील करेगी।
यह भी पढ़ेंः‘रामायण’ में सुमंत के किरदार को जीवंत करने वाले अभिनेता चंद्रशेखर का निधनउन्होंने आगे कहा कि इस वर्ष बाढ़ आपदा के दौरान कोरोना वायरस महामारी को भी हमारे बचाव कर्मी गंभीरता से लेंगे। सभी कार्मिकों को कोरोना वायरस महामारी को ध्यान में रखते हुए पीपीई, मास्क, फेस शील्ड, फैब्रीकेटेड फेस हुड कवर, सैनिटाइजर, हैंडवॉश दिया गया है। उन्होंने कहा कि बाढ़ बचाव ऑपरेशन के दौरान हमारे एनडीआरएफ के बचावकर्मी कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के लिए सुरक्षात्मक दिशानिर्देश तथा प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन करेंगे तथा आम जनता को भी कोविड-19 सुरक्षात्मक उपायों का पालन करने के लिए जागरूक व प्रोत्साहित करेंगे।