नई दिल्लीः भारत दौरे पर आये बांग्लादेश नौसेना के प्रमुख एडमिरल एम शाहीन इकबाल शुक्रवार को पश्चिमी नौसेना कमान ने मुंबई का दौरा किया। उन्होंने फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ वाइस एडमिरल आर हरि कुमार के साथ बातचीत की। दोनों एडमिरल ने दोनों देशों के बीच व्यापक रणनीतिक साझेदारी के हिस्से के रूप में संयुक्त कौशल, अंतरसंचालनीयता, प्रशिक्षण, आतंकवाद विरोधी सहयोग, समग्र द्विपक्षीय सहयोग बढ़ाने और मजबूत करने से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की।
एडमिरल हरि कुमार ने बताया कि 1971 के युद्ध में भारत और बांग्लादेश के बीच किये गए परस्पर सहयोग को आज भी दोनों देशों के लोग बड़े गर्व और स्नेह के साथ याद करते हैं। भारत को 1971 में बांग्लादेश की मुक्ति में योगदान देने पर गर्व है और भारत इस युद्ध में बांग्लादेश के लोगों की भूमिका और बलिदान के लिए बहुत सम्मान करता है। उन्होंने यह भी कहा कि बांग्लादेश मुक्ति की स्वर्ण जयंती से सम्बंधित कार्यक्रमों में भारतीय उत्साहपूर्वक भाग ले रहे हैं। उन्होंने बांग्लादेशी नौसेना के प्रमुख को भरोसा दिया कि 2022 में बांग्लादेश को अंतर्राष्ट्रीय फ्लीट रिव्यू के सफल संचालन के लिए आवश्यक सभी सहायता दी जाएगी। सीएनएस और उनकी पत्नी को नौसैनिक सुविधाओं का भ्रमण कराया गया और एनडब्ल्यूडब्ल्यूए की कई पहलों के बारे में जानकारी दी गई।
कोच्चि में एएसडब्ल्यू स्कूल के पूर्व छात्र होने के नाते बांग्लादेशी नौसेना प्रमुख ने दोनों नौसेनाओं के बीच प्रशिक्षण सहयोग की अत्यधिक सराहना की और बताया कि कैसे दोनों नौसेनाओं के कर्मी अक्सर स्पेशल ऑपरेशन, डाइविंग, एविएशन टेक आदि जैसे पाठ्यक्रम एक-दूसरे के साथ पूरा करते हैं। मुम्बई दौरा पूरा करने के बाद एडमिरल डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज, वेलिंगटन भी जायेंगे। वहां वे प्रशिक्षण गतिविधियों का अवलोकन करने के साथ ही कॉलेज के कमान्डेंट से बातचीत करेंगे। यह एक प्रमुख ट्राई-सेवा प्रशिक्षण संस्थान है, जो भारतीय सशस्त्र बलों के तीनों अंगों, विदेशी मित्र राष्ट्रों और भारतीय सिविल सर्विस के मध्यम स्तर के अधिकारियों को प्रशिक्षण प्रदान करता है।
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बांग्लादेश के नौसेना प्रमुख एडमिरल एम. शाहीन इकबाल 23 अक्टूबर को भारत के सरकारी दौरे पर दिल्ली पहुंचे थे और 29 अक्टूबर तक भारत में रहेंगे। एडमिरल शाहीन को साउथ ब्लॉक में गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। उन्होंने राष्ट्रीय युद्ध स्मारक जाकर शहीदों को श्रद्धांजलि दी। वह भारतीय नौसेना प्रमुख के साथ-साथ चीफ ऑफ डिफेंस स्टॉफ और भारत सरकार के उच्च अधिकारियों से भी बातचीत करेंगे। द्विपक्षीय वार्तालाप के दौरान अंतर्राष्ट्रीय समुद्री सीमा, द्विपक्षीय रक्षा अभ्यास ‘बोंगोसागर’, नौसेना प्रशिक्षण तथा शिष्टमंडलों के आपसी दौरे जैसे संयुक्त सहयोगी प्रयासों सम्बंधी मुद्दों पर बातचीत होगी।
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