Nafe Singh murder case, झज्जर: रविवार शाम बहादुरगढ़ में हुई इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) के प्रदेश अध्यक्ष नफे सिंह राठी की हत्या की जांच जिला पुलिस की पांच टीमें कर रही हैं। पीड़ित परिवार ने इस घटना के लिए पुलिस, प्रशासन और सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। राठी समर्थकों ने अस्पताल के बाहर दिल्ली-रोहतक रोड जाम कर दिया है और परिजन पोस्टमार्टम से पहले आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग पर अड़े हैं। सोमवार को इनेलो महासचिव अभय सिंह चौटाला भी बहादुरगढ़ पहुंचे और सरकार से आरोपियों को तुरंत गिरफ्तार करने की मांग की।
जाम की दिल्ली-रोहतक रोड
पूर्व विधायक नफे सिंह राठी का अंतिम संस्कार सोमवार दोपहर तक भी नहीं हो सका। उसके परिजन आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने तक पोस्टमार्टम नहीं कराने पर अड़े हुए हैं। सिविल अस्पताल बहादुरगढ़ में पोस्टमार्टम हाउस और नफे सिंह राठी के घर के बाहर सैकड़ों लोग जमा हैं। राठी के समर्थकों ने आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग करते हुए सिविल अस्पताल के बाहर पुरानी दिल्ली-रोहतक रोड को जाम कर दिया। बाद में परिजन व समर्थक हत्यारों की गिरफ्तारी तक पोस्टमार्टम नहीं कराने पर अड़ गये और सड़क किनारे धरना देने लगे।
अस्पताल में नफे सिंह राठी के बेटे नगर निगम पार्षद जितेंद्र ने बताया कि राठी ने कई महीने पहले अपनी जान को खतरा बताते हुए सुरक्षा की मांग की थी लेकिन सरकार ने उन्हें पुलिस सुरक्षा मुहैया नहीं कराई। उन्होंने कहा कि पिछले दिनों पत्रकारों से बातचीत में नफे सिंह ने खुद को मिल रही धमकियों के आधार पर अपनी जान को खतरा बताते हुए पुलिस सुरक्षा की मांग की थी।
नफे सिंह राठी के भतीजे कपूर सिंह राठी ने कहा कि उनके चाचा की हत्या राजनीतिक हत्या है। उन्होंने कहा कि जिन लोगों पर उन्हें शक है, उन्होंने पुलिस को उन सबके नाम बता दिये हैं, लेकिन सिर्फ एफआईआर दर्ज कराना कोई समाधान नहीं है। आरोपियों को जल्द गिरफ्तार किया जाए।'
सुरक्षा न मिलने से नाराज
राठी की हत्या की खबर मिलने पर सोमवार को इनेलो महासचिव अभय सिंह चौटाला भी बहादुरगढ़ पहुंचे। यहां पत्रकारों से बातचीत करते हुए अभय चौटाला ने कहा कि छह महीने पहले नफे सिंह राठी ने उनसे गुरुग्राम में मुलाकात की थी और बताया था कि उनके जाम से खतरा है।
अभय ने कहा कि मैंने तुरंत एसपी झज्जर से बात की और सुरक्षा मांगी। नफे सिंह ने एसपी, डीसी, सीआईडी चीफ, गृह मंत्री अनिल विज और सीएम को भी लिखित में सुरक्षा की मांग की लेकिन सुरक्षा नहीं दी गई और आखिरकार वही हुआ जिसका डर था। अभय ने कहा कि अगर दो बार के विधायक, पूर्व विधायक एसोसिएशन के अध्यक्ष और इनेलो प्रदेशाध्यक्ष की जान सुरक्षित नहीं है तो इस सरकार में आम आदमी का क्या होगा।
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घटना के संबंध में डीएसपी शमशेर सिंह ने बताया कि शिकायत के आधार पर प्राथमिकी दर्ज कर ली गयी है। दो डीएसपी के नेतृत्व में पांच टीमों का गठन किया गया है। सभी टीमें पूरी तत्परता से काम कर रही हैं और जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
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