लखनऊः बसपा के पूर्व विधायक और जेल में बंद बाहुबली माफिया डॉन मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari) को पंजाब के रोपड़ से वापस बांदा जेल में बंद करने के एक साल बाद लखनऊ जेल में शिफ्ट किया जाएगा। मुख्तार को सोमवार तड़के बांदा जेल से एंबुलेंस में बाहर निकाला गया और कड़ी सुरक्षा के बीच सड़क मार्ग से लखनऊ लाया जा रहा है। उनके बेटे और नवनिर्वाचित विधायक अब्बास बिन मुख्तार अंसारी ने मीडियो को बताया कि उन्हें डर है कि उनके पिता को रास्ते में नुकसान पहुंचाया जा सकता है।
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अब्बास ने कहा, "मुझे समझ में नहीं आता कि बिना किसी पूर्व सूचना के शिफ्ट क्यों किया जा रहा है। मुझे पता चला कि मेरे पिता को लखनऊ शिफ्ट करने की तैयारी रविवार देर रात शुरू हुई है।" इस बीच, एक अन्य घटनाक्रम में उत्तर प्रदेश पुलिस ने मुख्तार और उसके 12 साथियों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है। अंसारी को पंजाब जेल से लाने-ले जाने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली एंबुलेंस के इस्तेमाल से जुड़े मामले में मऊ, गाजीपुर, लखनऊ और प्रयागराज के 12 लोगों को भी नामजद किया गया है।
गौरतलब है कि मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari) की लखनऊ में पेशी होने वाली है। इसके पहले ही अब्बास अंसारी ने प्रशासन पर बड़ा आरोप लगाया है। रविवार की रात किए एक ट्वीट में अब्बास ने लिखा कि उनके पिता को आधी रात को साजिशन बांदा जेल से लखनऊ शिफ्ट करने की तैयारी थी। यह शक पैदा करती है। मुख्तार अंसारी लखनऊ कोर्ट में पेशी शत्रु संपत्ति फर्जी दस्तावेज मामले में होने वाली है। अब्बास अंसारी का आरोप है कि देर रात डीएम और एसपी बिना नंबर प्लेट की इनोवा से बांदा जेल पहुंचे थे। इस बारे में जेल प्रशासन कोई जवाब नहीं दे रहा है।
फिलहाल मुख्तार को पुलिस कड़ी सुरक्षा में बांदा से लखनऊ के लेकर निकल गई है। आपको बता दें कि मुख्तार को पिछले साल सात अप्रैल को पंजाब से बांदा जेल लाया गया था। वह जेल की 16 नंबर बैरक में है। जेल में मिलाई पर रोक के बावजूद मुख्तार के बेटे, पत्नी, भाई आदि लगभग हर हफ्ते आकर जेल में मुख्तार से मुलाकात करते रहे।
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