भोपालः मध्य प्रदेश के किसानों ने अपनी फसलों का लाभकारी मूल्य समेत चार मांगों को लेकर सोमवार को दिल्ली में हुंकार भरी। हजारों की संख्या में दिल्ली में जुटे किसानों ने यहां बड़ी रैली निकालते हुए और रामलीला मैदान पर धरना प्रदर्शन किया। वे कड़ाके की ठंड में सुबह से ही रामलला मैदान जुटे गए थे और यहां घंटों डटे रहे।
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भारतीय किसान संघ के आह्वान पर भोपाल, इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर, उज्जैन, शाजापुर समेत प्रदेशभर से किसान इस प्रदर्शन के लिए पिछले दो महीने से तैयारी कर रहे थे। तय कार्यक्रम के अनुसार, सोमवार सुबह हजारों किसान दिल्ली पहुंचे। यहां बड़ी रैली निकालकर धरना-प्रदर्शन किया। भारतीय किसान संघ के मध्य भारत प्रांत के अध्यक्ष कैलाश सिंह ठाकुर ने बताया कि रैली के जरिए किसानों ने अपनी मांगें सरकार के सामने रखी। इनमें मुख्य मांग यह है कि किसानों को लागत के आधार पर लाभकारी मूल्य मिलना चाहिए।
फिलहाल किसानों को सिर्फ समर्थन मूल्य मिलता है और समर्थन मूल्य पर भी देशभर में केवल 15-18 फीसदी ही अनाज खरीदा जा रहा है। जबकि 80 फीसदी अनाज बाजार में ही रह जाता है। इससे किसानों को सबसे ज्यादा नुकसान होता है। इसके अलावा किसान खेती के लिए जो ट्रैक्टर-ट्रॉली और बाकी उपकरण खरीदते हैं उस पर से जीएसटी खत्म की जानी चाहिए।
किसान संघ के प्रांत प्रचार प्रमुख राहुल धुत ने बताया कि सम्मान निधि के नाम पर केंद्र सरकार की तरफ से दो हजार राशि दी जाती है, जिसे बढ़ाकर 10 हजार रुपये किया जाना चाहिए। वहीं, जंगली जानवरों की वजह से किसानों को खासा नुकसान उठाना पड़ता है। जानवर खेतों में घुसकर फसलों को बर्बाद कर देते हैं। हम सरकार से मांग करेंगे की जंगली जानवरों से हो रहे नुकसान की भरपाई सरकार करें और जानवरों को उनके जंगलों में छोड़ा जाए।
इसके अलावा किसानों की अन्य मांगे हैं कि पशुपालकों को प्रति माह 900 रुपए प्रति गाय प्रोत्साहन राशि दी जाए। सरकार द्वारा किसानों को दिए जाने वाले सभी प्रकार के अनुदान सीधे किसानों के खाते में दिए जाए। कृषि बीमा पॉलिसी को सरल कर किसान हितैषी बनाया जाए। देश में कृषि उत्पाद को देखते हुए आयात-निर्यात नीति को बनाया जाए।
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