MP Elections 2023: मध्य प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर प्रार्थनाओं का दौर शुरू हो गया है। सत्ता पाने के लिए उम्मीदवार तरह-तरह के दांव खेल रहे हैं। कई प्रत्याशी देवी-देवताओं को मनाने में भी पीछे नहीं हैं। दतिया के पीतांबरा पीठ में नवरात्रि के मौके पर अनुष्ठानों का दौर चला। दतिया के पीतांबरा पीठ स्थित धूमावती देवी का अनुष्ठान किसी को खुश करने, अपने करीब लाने या दो लोगों के बीच दूरियां बढ़ाने के लिए किया जाता है।
मनोकामना पूरी करने के लिए करते हैं अनुष्ठान
चुनाव के मौके पर नेता अपनी जीत के लिए अनुष्ठान करने में पीछे नहीं रहते हैं और इस बार चुनाव से पहले नवरात्र है इसलिए नेताओं ने गुपचुप तरीके से अनुष्ठान किया है। पीतांबरा पीठ से जुड़े लोगों का कहना है कि यहां कोई भी तांत्रिक अनुष्ठान खुलेआम नहीं करता है। लेकिन, कई लोग अपनी मनोकामना पूरी करने के लिए अनुष्ठान करते हैं। धूमावती एक ऐसी देवी हैं, जहां किए गए अनुष्ठान से लोगों को सफलता मिलती है। यहां तक कहा जाता है कि 1962 में चीन युद्ध के दौरान और 1971 में भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान भी यहां युद्धविराम समारोह आयोजित किया गया था।
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चुनाव जीतने के लिए करते हैं अनुष्ठान
जानकारों के मुताबिक यहां राजनेता दो लोगों के बीच या दो राजनेताओं के बीच दूरियां बढ़ाने के लिए भी अनुष्ठान करते हैं या ऐसा भी माना जाता है कि दो लोगों के बीच नजदीकियां बढ़ाने के लिए भी अनुष्ठान किए जाते हैं। इसी तरह नेता भी चुनाव जीतने के लिए अनुष्ठान करते हैं। यही कारण है कि नवरात्रि पर विशेष अनुष्ठान होते थे।
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