नई दिल्लीः दिल्ली का वार्ड नंबर 219 दिलशाद गार्डन वार्ड, इस वार्ड में कुल मतदाता 68357 है। दिलशाद गार्डन वार्ड में भी परिसीमन के बाद बहुत सारे बदलाव आए है। कुछ इलाके इस वार्ड में सम्मिलित हुए हैं। कुछ इलाके वार्ड से हटे हैं। जिसका प्रभाव नगर निगम चुनाव पर भी देखने को मिलेगा।
ये भी पढ़ें..Shraddha murder case : श्रद्धा के दरिंद्रे आफताब का नार्को टेस्ट पूरा, मिले कई सुराग
किसी भी वार्ड का परिसीमन उस वार्ड पर कई तरह से प्रभाव डालता है। लेकिन परिसीमन से सबसे बड़ा जो प्रभाव पड़ता है, वो है वोटर्स की संख्या का प्रभावित होना परिसीमन का प्रभाव वोटर्स की संख्या पर ज्यादा पड़ता है। दिलशाद गार्डन वार्ड के परिसीमन की अगर बात करें तो दिलशाद गार्डन वार्ड में सुंदर नगरी,जी व एच ब्लॉक की झुग्गी बस्ती, इसके अलावा दिलशाद कॉलोनी, ताहिर पुर गांव और लेप्रोसी कॉलोनी इलाकों को दिलशाद गार्डन वार्ड में शामिल किया गया है।
जीटीवी हॉस्पिटल कैंपस, जगत पुरी एक्सटेंशन इस वार्ड से परिसीमन के बाद हटा दिए गए हैं। दिलशाद गार्डन वार्ड में कुछ इलाकों को सम्मिलित करना और कुछ इलाकों को हटाने से नगर निगम चुनाव पर इसका सीधा प्रभाव देखने को मिलेगा। दिलशाद गार्डन में ब्राह्मण, वैश्य, एससी वोटर्स के अलावा पूर्वांचली और पहाड़ी वोटर्स की भी संख्या अच्छी खासी तादाद में है। इसके अलावा साउथ इंडियन और बंगाली वोटर्स भी यहां रहते हैं। भारतीय जनता पार्टी ने दिलशाद गार्डन से बीएस पवार को अपने प्रत्याशी के रूप में उतारा है बीएस पवार का अन्य जातियों के अलावा पहाड़ी वोटर्स पर भी अच्छा प्रभाव है।
वही दिलशाद गार्डन से आम आदमी पार्टी ने प्रवीण कसाना को प्रत्याशी बनाया है। मौजूदा समय में प्रवीण आरडब्ल्यूए फेडरेशन के अध्यक्ष भी हैं। फिलहाल प्रवीण चुनाव के हिसाब से एससी, ओबीसी और मुस्लिम वोटर्स को साधने में लगे हुए हैं। कांग्रेस पार्टी ने इस वार्ड से विनोद कुमार को अपना प्रत्याशी बनाया है। कांग्रेस को लगता है कि इस चुनाव में कांग्रेस अपना परंपरागत वोटर एससी और मुस्लिम वोटर वापस खींच लाएगी।
दिलशाद गार्डन वार्ड की मुख्य समस्याएं जो वहां के निवासियों ने बताई हैं, उनमें सबसे प्रमुख समस्या साफ सफाई, पाकिर्ंग की समस्या, पार्कों की बदहाल हालत झुग्गी बस्तियों में विकास का ना होना और बिल्डिंग विभाग में भ्रष्टाचार का होना दिलशाद गार्डन वार्ड में खास मुद्दे हैं। परिसीमन की वजह से किसी राजनीतिक दल का वोट बैंक बड़ा है, किसी का वोट बैंक घटा है तो परिसीमन होने की वजह से नगर निगम के चुनाव में दिलशाद गार्डन वार्ड पर भी इसका असर देखने को मिलेगा।
(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)