उत्तर प्रदेश राजनीति लोकसभा चुनाव 2024

Lok Sabha Elections 2024: महिलाओं पर घटा राजनीतिक दलों का भरोसा ?

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लखनऊ: उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव के पहले चरण के लिए लड़ रहे 80 उम्मीदवारों में से केवल 8.75 प्रतिशत महिलाएं हैं। यह आंकड़ा 2019 के आम चुनाव के पहले चरण से कम है जब 91 दावेदारों में से  13.18 प्रतिशत महिलाएं थीं। हालाँकि, उनमें से कोई भी महिला उम्मीदवार विजयी नहीं हुई। पिछले आम चुनाव में पहले चरण में शामिल आठ सीटों में से चार पर इस बार फेरबदल हुआ है। गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में कुल सात चरणों में चुनाव होंगे। हर चरण में राजनीतिक दलों ने सीट के हिसाब से महिला उम्मीदवारों को मैदान में उतारा है।

2019 चुनाव में महिला उम्मीदवार

2019 के आम चुनाव के पहले चरण में आठ सीटें थीं- सहारनपुर, कैराना, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, मेरठ, बागपत, गाजियाबाद और गौतमबुद्ध नगर। वोटिंग की तारीख 11 अप्रैल थी। इस चुनाव में आठ सीटों पर कुल 96 उम्मीदवारों ने अपनी किस्मत आजमाई। इसमें 86 पुरुष और 10 महिला उम्मीदवार थीं। इनमें सहारनपुर से 11, कैराना से 13, मुजफ्फरनगर से 10, बिजनौर से 13, मेरठ से 11, बागपत से 13, गाजियाबाद से 12 और गौतमबुद्ध से 13 उम्मीदवार थे।

मुजफ्फरनगर, बिजनौर और गौतमबुद्ध नगर से एक भी महिला उम्मीदवार मैदान में नहीं थी। इनमें सहारनपुर से 2, कैराना से 3, मेरठ से 2, बागपत से 1 और गाजियाबाद से 2 महिला उम्मीदवार थीं। प्रमुख राजनीतिक दलों में कांग्रेस ने गाजियाबाद से डाली शर्मा को और समाजवादी पार्टी ने कैराना से तबस्सुम बेगम को मैदान में उतारा था। इसके अलावा किसी भी बड़ी पार्टी ने महिला उम्मीदवार को मैदान में नहीं उतारा था।

2024 में पहले चरण की सीटों में बदलाव

2024 के चुनाव में पहले चरण की सीटों में बदलाव हुआ है। पहले चरण में आठ सीटें सहारनपुर, कैराना, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, नगीना (सु), मोरादाबाद, रामपुर और पीलीभीत शामिल हैं। इन आठ सीटों पर कुल 80 उम्मीदवार मैदान में हैं। 80 उम्मीदवारों में से 73 पुरुष और सात महिलाएं हैं। कैराना, मुरादाबाद और सहारनपुर में दो-दो और मुजफ्फरनगर में एक महिला उम्मीदवार हैं। चुनाव आयोग की वेबसाइट के मुताबिक, बिजनौर, पीलीभीत, रामपुर और नगीना में कोई महिला दावेदार नहीं है।

कैराना में समाजवादी पार्टी ने इकरा चौधरी को मैदान में उतारा है, जबकि प्रीति कश्यप राष्ट्रीय मजदूर एकता पार्टी का प्रतिनिधित्व कर रही हैं। रुचि वीरा समाजवादी पार्टी की उम्मीदवार हैं और साधना सिंह मुरादाबाद से निर्दलीय उम्मीदवार हैं। सहारनपुर में तसमीम बानो और शबनम निर्दलीय चुनाव लड़ रही हैं, जबकि मुजफ्फरनगर में एकमात्र महिला उम्मीदवार कविता राष्ट्रवादी जनलोक पार्टी (सत्या) का प्रतिनिधित्व कर रही हैं।

2019 में उत्तर प्रदेश से 11 महिला सांसद चुनी गईं

2019 के आम चुनाव में उत्तर प्रदेश से 11 महिला सांसद संसद पहुंचीं। इनमें बीजेपी की सबसे ज्यादा आठ महिला सांसद चुनी गईं। वहीं, अपना दल (एस), कांग्रेस और बीएसपी की एक-एक महिला उम्मीदवार ने जीत हासिल की है। 2014 के लोकसभा चुनाव में यूपी से 13 महिला सांसद चुनी गईं। इनमें बीजेपी की सबसे ज्यादा 10 महिला सांसद चुनी गईं। वहीं, अपना दल (एस), कांग्रेस और सपा की एक-एक महिला उम्मीदवार ने जीत हासिल की थी।

पहले चरण में 67.14 लाख महिला मतदाता

उत्तर प्रदेश की 80 लोकसभा सीटों में से आठ - सहारनपुर, कैराना, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, नगीना (उत्तर प्रदेश), मोरादाबाद, रामपुर और पीलीभीत - पर 19 अप्रैल को पहले चरण में मतदान होगा। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, वहां पहले चरण की आठ लोकसभा सीटों पर 1.43 करोड़ मतदाता हैं, जिनमें 76.23 लाख पुरुष, 67.14 लाख महिलाएं और 824 ट्रांसजेंडर हैं। पहले चरण का मतदान 19 अप्रैल को है।

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राजनीतिक विश्लेषक विनय मिश्रा के मुताबिक, पिछले चुनाव की तुलना में इस बार पहले चरण की सीटों में थोड़ा बदलाव हुआ है। राजनीतिक दल ऐसे चेहरों को मैदान में उतारते हैं जिनके जीतने की प्रबल संभावना होती है। जातिगत समीकरण और विपक्ष की रणनीति के हिसाब से पार्टियां चेहरा तय करती हैं। इसमें स्त्री-पुरुष का कारक महत्वपूर्ण नहीं है।

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