मेरठ: पश्चिमी उत्तर प्रदेश की भूमि न केवल कृषि के लिए उपजाऊ रही है, बल्कि राजनीतिक दृष्टि से भी यहां की भूमि उपजाऊ रही है। यहां की धरती ने देश को प्रधानमंत्री और उत्तर प्रदेश को मुख्यमंत्री तक दिये। इनके अलावा भी कई लोकप्रिय नेता थे, जिन्हें जनता आज भी याद करती है। ऐसे ही एक लोकप्रिय सांसद थे बागपत के रामचन्द्र विकल, जिनके प्रयासों से चार जिलों के लाखों लोग सीधे दिल्ली से जुड़ गये। दिल्ली-शामली-सहारनपुर रेलवे लाइन बनाने के लिए रामचन्द्र विकल के प्रयास आज भी लोग याद करते हैं।
लाखों लोगों का बंद हो गया था काम
पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह 1977 में पहली बार बागपत लोकसभा सीट से सांसद चुने गए थे। 1971 में इस सीट से लोकप्रिय सांसद थे जिन्हें आज भी उनके काम के लिए याद किया जाता है। गाजियाबाद जिले (उस समय मेरठ) के दादरी क्षेत्र के बसंतपुर नया गांव के रहने वाले रामचन्द्र विकल 1967 में सिकंदराबाद विधानसभा से चुनाव जीतकर विधायक बने। 1971 में रामचन्द्र विकल लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए बागपत आये। कांग्रेस के टिकट पर चुनाव प्रचार के दौरान रामचन्द्र विकल को इस इलाके की बड़ी समस्या के बारे में पता चला।
बागपत के वरिष्ठ अधिवक्ता चन्द्रशेखर त्यागी (मुकरी) का कहना है कि 1965 में पुरानी दिल्ली से शाहदरा होते हुए खेकड़ा-बड़ौत-शामली-सहारनपुर तक जाने वाली छोटी रेलवे लाइन बंद कर दी गई थी। इसके कारण गाजियाबाद (तत्कालीन मेरठ जिला), बागपत (तत्कालीन मेरठ जिला), शामली (तत्कालीन मुजफ्फरनगर जिला) और सहारनपुर जिले के गांवों के लाखों लोग राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से कट गए। लाखों कामकाजी लोगों को परेशानी होने लगी और दिल्ली में दूध सप्लाई करने वाले लोगों का कारोबार बंद हो गया। 1971 में चुनाव प्रचार के दौरान रामचन्द्र विकल ने इस समस्या को समझा और चुनाव जीतने के बाद लोगों से नई रेलवे लाइन चालू कराने का वादा किया। इसके बाद जनता ने रामचन्द्र विकल को चुनाव जिताकर संसद भेजा।
बेहतर हुई आजीविका
सांसद रामचन्द्र विकल ने नई रेलवे लाइन बिछाने को अपना मिशन बना लिया और प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी से रेलवे लाइन बिछाने की मांग करने लगे। उनकी मेहनत रंग लाई और केंद्र सरकार ने बड़ी रेलवे लाइन को मंजूरी दे दी। जब नई रेलवे लाइन बिछकर तैयार हो गई तो 2 दिसंबर 1973 को प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी खेकड़ा रेलवे स्टेशन आईं और नई रेलवे लाइन का उद्घाटन किया। इससे चार जिलों के लाखों लोग फिर से दिल्ली से जुड़ गए और उनकी आजीविका बेहतर हो गई।
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वरिष्ठ पत्रकार नाजिम आज़ाद कहते हैं कि सांसद रामचन्द्र विकल को उनके अतुलनीय योगदान के लिए आज भी बागपत की जनता याद करती है। लोग कहते हैं कि रामचन्द्र विकल ने नयी रेलवे लाइन शुरू कर चार जिलों के लोगों की किस्मत बदल दी। आज दिल्ली-खेकड़ा-शामली-सहारनपुर रेलवे लाइन का विद्युतीकरण हो चुका है और लाखों लोग प्रतिदिन आवागमन कर अपनी आजीविका कमा रहे हैं।