Kuno National Park in MP: मध्य प्रदेश के श्योपुर जिले में स्थित कूनो पालपुर राष्ट्रीय अभयारण्य में दक्षिण अफ्रीका और नामीबिया से लाए गए एक और चीते की मौत हो गई। दक्षिण अफ्रीका से लाया गया नर चीता "तेजस" मंगलवार को अपने बोमा (बाड़े) में मृत पाया गया। राज्य के प्रधान मुख्य संरक्षक वन्य जीव जेएस चौहान ने इसकी पुष्टि की है।
गर्दन में मिले चोट के निशान
चौहान ने बताया कि श्योपुर के कूनो-पालपुर में मंगलवार सुबह 11 बजे निगरानी दल को नर चीता तेजस की गर्दन के ऊपरी हिस्से पर चोट के निशान दिखे। टीम ने मुख्यालय पर मौजूद वन्य जीव चिकित्सकों को इसकी जानकारी दी। इसके बाद डॉक्टरों ने मौके पर जाकर तेजस का निरीक्षण किया तो प्रथम दृष्टया घाव गंभीर लगे।
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प्रधान मुख्य वन संरक्षक चौहान ने बताया कि बेहोश तेजस के इलाज की अनुमति मिलने के बाद डॉक्टरों की टीम तैयारी के साथ मौके पर रवाना हुई, लेकिन दोपहर करीब दो बजे डॉक्टरों की टीम ने नर चीता तेजस को मौके पर ही मृत पाया। उन्होंने कहा कि तेजस को लगी चोटों की जांच की जा रही है। पोस्टमार्टम के बाद मौत का कारण पता चलेगा।
चार महीने में तीन शावकों समेत 7 चीतों की हो चुकी है मौत
चीता प्रोजेक्ट के तहत प्रधानमंत्री नरेंद्र ने पिछले साल अपने जन्मदिन के मौके पर 17 सितंबर 2022 को नामीबिया से लाए गए आठ चीतों को कूनो नेशनल पार्क (Kuno National Park in MP) के बाड़ों में छोड़ा था। इसके बाद 18 फरवरी को दक्षिण अफ्रीका से 12 चीते यहां लाए गए। इस तरह कूनो में कुल 20 तेंदुए हो गए। जहां एक मादा चीता ने चार शावकों को जन्म दिया, वहीं पिछले चार महीनों में कूनो में सात चीतों की मौत हो गई है, जिनमें चार शावक और तीन शावक शामिल हैं। अब कूनों में कुल 16 तेंदुए और एक शावक बचे हैं।
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