धर्मशालाः चिंतपूर्णी और देहरा की सीमा पर निजी संपत्ति पर खालिस्तान जिंदाबाद के नारे लिखने के आरोप में पुलिस ने पंजाब के फिल्लौर से तीन युवकों को गिरफ्तार किया है। 29 नवंबर की रात को सामने आए इस मामले में ऊना की चिंतपूर्णी पुलिस और देहरा पुलिस आरोपियों तक पहुंचने में सफल रही है। सभी आरोपी फिलहाल चिंतपूर्णी पुलिस के पास पांच दिन के रिमांड पर हैं और इसके बाद कांगड़ा पुलिस भी इन्हें रिमांड पर लेकर पूछताछ करेगी। एसपी कांगड़ा शालिनी अग्निहोत्री ने सोमवार को धर्मशाला में प्रेस वार्ता में यह जानकारी दी।
पूछताछ में जुटी पुलिस
एसपी शालिनी अग्निहोत्री ने बताया कि 29 नवंबर को हुई इस घटना के बाद चिंतपूर्णी और देहरा पुलिस संयुक्त रूप से इस मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए काम कर रही थी। सीसीटीवी और अन्य स्रोतों के जरिए पुलिस टीम पंजाब पहुंची और फिर वहां से फिल्लौर के तीन आरोपी युवकों को गिरफ्तार कर यहां लाया गया।
उन्होंने बताया कि ये तीनों युवक फिल्लौर के रहने वाले हैं। पुलिस अब भी उनसे यह जानने की कोशिश कर रही है कि उन्होंने दीवार लेखन किसके कहने पर किया। उन्होंने बताया कि फिलहाल चिंतपूर्णी पुलिस उससे पूछताछ कर रही है और जल्द ही कांगड़ा पुलिस उसे हिरासत में लेकर निजी स्तर पर अलग से पूछताछ करेगी। वहीं एसपी ने युवाओं को ऐसे लालच में न फंसने की सलाह दी है।
युवकों ने 25 हजार रुपये के लिए लिखे खालिस्तान जिंदाबाद के नारे
पंजाब के फिल्लौर से गिरफ्तार युवकों से पूछताछ में पता चला कि उन्हें दीवार लेखन के लिए 25 हजार रुपये दिये गये थे। हालांकि, अब तक उन्होंने यह नहीं बताया है कि उन्हें यह पैसे किस शख्स ने दिए। उक्त युवक ने पैसों के लालच में यह काम किया। लेकिन अब वह देशद्रोह (NSA) मामले में आरोपी बन गये हैं।
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गौरतलब है कि कांगड़ा जिला में पहले भी ऐसी घटनाएं हो चुकी हैं। पहले तपोवन में विधानसभा भवन की बाहरी दीवारों पर ऐसे नारे लिखे गए, फिर विश्व कप मैचों से पहले धर्मशाला में जल शक्ति विभाग भवन की दीवारों पर भी ऐसे ही नारे लिखे गए। हालांकि विधानसभा मामले में पुलिस ने आरोपियों को पकड़ लिया था और वे अभी भी जेल में हैं।
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