केदारनाथः उत्तराखंड में चारधाम यात्रा के तहत केदारनाथ धाम (Kedarnath Dham ) में बिना पंजीकरण आने वाले वाहनों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है। सीतापुर और सोनप्रयाग स्थित पार्किंग स्थलों में जगह सीमित होने के कारण स्थानीय प्रशासन निर्धारित तिथि पर पंजीकरण के बाद ही वाहनों को प्रवेश की अनुमति दे रहा है।
पुलिस अधीक्षक ने व्यवस्थाओं का लिया जायजा
रुद्रप्रयाग पुलिस अधीक्षक डॉ. विशाखा अशोक भदाने ने शुक्रवार को चौकी जवाड़ी में व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया तथा संबंधित प्रभारी को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि केदारनाथ धाम सहित यात्रा पड़ावों पर लोगों के रुकने की एक निश्चित क्षमता है। रूद्रप्रयाग जिले में स्थित पार्किंग स्थलों की भी निर्धारित क्षमता है। सबसे बड़ी बात यह है कि सीतापुर और सोनप्रयाग स्थित पार्किंग में किसी वाहन के प्रवेश के बाद तीन दिन तक वाहन पार्किंग में ही रहता है।
ये भी पढ़ें..आधे मध्य प्रदेश में आज पड़ेगी भीषण गर्मी, कई शहरों का पारा 42 डिग्री के पार
वाहनों की जा रही चेकिंग
उन्होंने कहा कि पार्किंग में बहुत कम निकासी और बाहर से अत्यधिक वाहन आने से यात्रा मार्ग पर दबाव बढ़ रहा है। वाहनों के दबाव को कम करने के लिए रुद्रप्रयाग जिले के चौकी जवाड़ी बाईपास पर बाहर से आने वाले वाहनों की चेकिंग की जा रही है। बदरीनाथ धाम की ओर जाने वाले वाहनों को मुख्य बाजार रुद्रप्रयाग से होकर गुजरने की अनुमति दी जा रही है। उन्होंने बताया कि निर्धारित तिथि पर पंजीकरण के बाद ही लोगों को केदारनाथ धाम की ओर जाने की अनुमति दी जा रही है। श्रद्धालु पैदल, डंडी-कंडी या घोड़ा-खच्चर से केदारधाम पहुंच रहे हैं।
पुलिस ने उठाए ये कदम
केदारनाथ धाम की ओर जाने वाले मार्ग पर पुलिस यातायात नियंत्रित करने के लिए वाहनों को सीतापुर और सोनप्रयाग की ओर भेजा जा रहा है। काकड़ागाड़, नारायणकोटी, तिलवाड़ा, दगड्या बैरियर (एफएटीए), शेरसी, सीतापुर और सोनप्रयाग पार्किंग में अस्थायी बाधाओं को दूर करने के लिए इन स्थानों से वाहनों को आगे भेजा जा रहा है। सीतापुर एवं सोनप्रयाग पहुंच चुके तीर्थयात्रियों को कतारबद्ध कर सोनप्रयाग से गौरीकुंड स्थित शटल पार्किंग तक भेजा जा रहा है तथा तीर्थयात्रियों की सुविधा के अनुसार उन्हें पैदल, डंडी-कंडी या घोड़े-खच्चर के सहारे केदारनाथ धाम भेजा जा रहा है।