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Karnataka Elections: कर्नाटक के चुनावी रण में उतरेंगी सोनिया गांधी, हुबली से भरेंगी हुंकार

Sonia Gandhi Sir Ganga Ram Hospital
Karnataka Elections 2023 Sonia Gandhi नई दिल्लीः कर्नाटक में 10 मई को होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर सभी राजनीतिक दल जोरों शोरों से प्रचार कर रहें है। राज्य में सत्ता हालिस करने के लिए भाजपा और कांग्रेस के सभी दिग्गज अपनी-अपनी पार्टियों का जमकर प्रचार कर रहे हैं। इसी बीच स्वास्थ्य कारणों से चुनाव प्रचार से अब तक दूर रहीं कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी भी हुबली से चुनाव रण में उतरेंगी। सोनिया गांधी शनिवार को हुबली में एक जनसभा को संबोधित करेंगी। कर्नाटक में सोनिया की यह पहली जनसभा होगी। बता दें कि सोनिया गांधी ने पिछले साल छह अक्टूबर को कर्नाटक के मांड्या में भारत जोड़ो यात्रा में हिस्सा लिया था और राहुल गांधी के साथ चल रही थीं। वह इन दिनों स्वास्थ्य कारणों से सार्वजनिक कार्यक्रमों से दूर रह रही हैं। सोनिया गांधी को पिछले साल जून में कोरोना हो गया था। वहीं इस साल 2 मार्च को बुखार के बाद सोनिया गांधी को सर गंगा राम अस्पताल में भर्ती कराया गया था। ये भी पढ़ें..गैंगस्टर अनिल दुजाना मुठभेड़ में ढेर, कई गंभीर आपराधिक मामलों में था वांछित इससे पहले बीजेपी नेता बसनगौड़ा पाटिल यतनाल ने सोनिया गांधी पर निशाना साधा। उन्होंने कांग्रेस नेता को जहरीली लड़की और पाकिस्तान और चीन का एजेंट बताया। कांग्रेस ने भाजपा नेता की टिप्पणी की निंदा की थी। कर्नाटक में 224 सदस्यीय विधानसभा के लिए चुनाव 10 मई को होने हैं और वोटों की गिनती 13 मई को होगी। सत्तारूढ़ भाजपा को कांग्रेस से कड़ी टक्कर मिल रही है, जिसने भ्रष्टाचार सहित कई मुद्दों पर भगवा पार्टी को दरकिनार कर दिया है। कांग्रेस ने मंगलवार को अपना घोषणा पत्र जारी किया और सत्ता में आने के एक साल के भीतर राज्य में भाजपा सरकार द्वारा पारित सभी अन्यायपूर्ण कानूनों और अन्य जनविरोधी कानूनों को रद्द करने का वादा किया। कांग्रेस ने गृह ज्योति (200 यूनिट मुफ्त बिजली); गृह लक्ष्मी - घर की प्रत्येक महिला मुखिया को 2,000 रुपये प्रति माह; और अन्ना भाग्य - बीपीएल परिवार के प्रत्येक व्यक्ति को उनकी पसंद के 10 किलो अनाज (चावल, रागी, ज्वार, बाजरा के बीच) देने का वादा किया गया है। इसने जाति या धर्म के आधार पर समुदायों के बीच घृणा को बढ़ावा देने वाले व्यक्तियों और संगठनों के खिलाफ कड़ी और निर्णायक कार्रवाई करने का भी वादा किया। इसमें कहा गया है कि अगर बजरंग दल और पीएफआई जैसे किसी संगठन ने नफरत फैलाने की कोशिश की तो वह उन पर प्रतिबंध लगाएगा। (अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)