रायपुर: आपने अब तक कई ऐसी खबरें सुनी होंगी, जो आपको हैरान कर देंगी। लेकिन, छत्तीसगढ़ में एक ऐसा मामला सामने आया है जिसमें एक अधिकारी ने फोन के चक्कर में कुछ ऐसा कर दिया जो उस पर भारी पड़ गया। दरअसल, हम बात कर रहे हैं छत्तीसगढ़ के कांकेर (Kanker) की। जहां खाद्य निरीक्षक को सेल्फी लेना महंगा पड़ गया।
कांकेर जिले (Kanker) के पखांजूर स्थित परलकोट तालाब में गर्मी से राहत पाने के लिए बड़ी संख्या में लोग आते हैं। यहां खाद्य निरीक्षक राजेश विश्वास भी अपने दोस्तों के साथ पहुंचे। जब वह सेल्फी ले रहे थे तो उनका कीमती फोन (जिसकी कीमत करीब डेढ़ लाख रुपए बताई जा रही है) तालाब के पानी में डूब गया।
खाद्य निरीक्षक ने अपने दोस्तों के साथ फोन की तलाश की लेकिन तालाब से फोन नहीं निकला तो अगले दिन उन्होंने गोताखोरों की मदद ली, फिर भी सफलता नहीं मिली। फिर क्या था राजेश विश्वास ने तालाब का पानी खाली करने के लिए मोटर लगवा दी और पानी तेजी से निकल गया। करीब चार दिन तक यह प्रक्रिया चलती रही और जलाशय में करीब 6 फीट पानी खाली था, तब जाकर गोताखोरों को फोन मिल सका।
डीएम ने किया निलंबित -
इस भीषण गर्मी में बहाये गये पानी से इससे डेढ़ हजार एकड़ खेत की सिंचाई हो सकती थी। इस मामले के तूल पकड़ने पर 21 लाख लीटर पानी बहाने वाले खाद्य निरीक्षक राजेश विश्वास को Kanker कलेक्टर प्रियंका शुक्ला ने निलंबित कर दिया है। इसके साथ ही जल संसाधन विभाग के SDO को कारण बताओ नोटिस जारी कर 24 घंटे में जवाब मांगा गया है।
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21 लाख लीटर पानी की बर्बादी -
जल संसाधन विभाग के अनुविभागीय अधिकारी आरसी धीवर का कहना है कि नियमानुसार 05 फीट तक पानी को खाली करने का परमिशन मौखिक तौर पर दी गई थी, लेकिन 10 फीट से ज्यादा पानी निकाल दिया गया। स्केल वायर में 10 फीट पानी भरा था, जो 04 फीट पर आ गया। पानी निकल जाने से अब भीषण गर्मी में मवेशियों को भी पानी की दिक्कत होगी। शिकायत पर सिंचाई अफसर मौके पर पहुंचे और पानी निकालना बंद करवाया, लेकिन तब तक स्केल वाय से 06 फीट पानी निकल चुका था। यह तकरीबन 21 लाख लीटर होता है।
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