New Delhi: उत्तर प्रदेश सरकार ग्रेटर नोएडा के यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में मेडिकल डिवाइस पार्क का निर्माण करा रही है। जिसके लिए देश-विदेश की बड़ी-बड़ी कंपनियां निवेश करने के लिए अपनी इच्छा जाहिर कर रही हैं। वहीं इस दौरान यमुना प्राधिकरण की एक टीम जापान के टोक्यो शहर में पहुंची जहां विश्व प्रसिद्ध "मेडटेक शो" का आयोजन किया गया। इस आयोजन में यमुना प्राधिकरण ने अपना भी स्टॉल लगाया जिसमें कई विदेशी कंपनियों ने निवेश करने की इच्छा जाहिर की।
यूपी सरकार का डेलिगेशन पहुंचा टोक्यो
बता दें, यमुना प्राधिकरण की ये टीम 20 अप्रैल तक टोक्यो में रहेगी। वहीं उत्तर प्रदेश सरकार यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण के सेक्टर-28 में 350 एकड़ में मेडिकल डिवाइस पार्क विकसित कर रही है। डिवाइस पार्क में निवेश प्राप्त करने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार का डेलिगेशन जापान के टोक्यो शहर में आयोजित मेडटेक शो में हिस्सा लेने पहुंचा है।
जापान की इन फार्मा कंपनियों ने निवेश करने की जताई इच्छा
बता दें, उत्तर प्रदेश सरकार के अवस्थापना और औद्योगिक विकास विभाग के प्रमुख सचिव और अध्यक्ष, यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण अनिल कुमार सागर के नेतृत्व में डॉक्टर अरुण वीर सिंह, मुख्य कार्यपालक अधिकारी यमुना एक्सप्रेसवे प्राधिकरण तथा सलाहकार संस्था के प्रतिनिधियों द्वारा जापान में 17 अप्रैल से 20 अप्रैल 2024 तक आयोजित इस मेडटेक में प्रतिभाग किया जा रहा है। बता दें, इस आयोजन के पहले दिन ही 17 अप्रैल को मेडिकल डिवाइस पार्क के स्टॉल पर जापान की प्रतिष्ठित एवं विश्व प्रसिद्ध कंपनियों के प्रतिनिधियों ने विजिट किया और मेडिकल डिवाइस पार्क के संबंध में जानकारी ली गई। इसके बाद वरिष्ठ अधिकारियों ने इस मेडिकल डिवाइस पार्क की विशेषताओं एवं उत्तर प्रदेश सरकार या भारत सरकार द्वारा दिए जा रहे हैं इंसेंटिव आदि के संबंध में विजिटर्स बताया।
ये भी पढ़ेंः- सालों बाद एक मंच पर साथ दिखे राहुल और अखिलेश, BJP पर जमकर बोला हमला
प्राधिकरण के स्टॉल पर जापान की निम्न महत्वपूर्ण कंपनियों व संगठनों के वरिष्ठ पदाधिकारी पहुंचे। जिनमें पोश वेलनेस लेबोरेटरी आईएनसी, शिमाने यूनिवर्सिटी फैकल्टी ऑफ मेडिसिन, डिपार्टमेंट ऑफ इमरजेंसी एंड क्रिटिकल केयर मेडिसिन, सौसकु मेडिकल, जापान फेडरेशन ऑफ मेडिकल डिवाइस एसोसिएशन, सिलिकॉन वैली वेंचर, बी डॉट मेडिकल आईएनसी, इंटरनेशनल मेडिकल केयर एक्सचेंज एसोसिएशन और टोयोटा फॉर्म आदि कंपनियों ने निवेश की इच्छा जताई है।