श्रीनगरः जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह ने रविवार को कहा कि जहां देश कश्मीर में 'हर घर तिरंगा' चाहता है, वहीं पड़ोसी देश पाकिस्तान यहां 'हर घर मातम' चाहता है। गांदरबल जिले के पुलिस प्रशिक्षण स्कूल (मणिगाम) में पासिंग आउट परेड को संबोधित करते हुए डीजीपी ने हर घर पर तिरंगा फहराने की पहल का समर्थन करने के लिए लोगों को धन्यवाद दिया।
ये भी पढ़ें..Arpita Mukherjee: ‘कैश क्वीन’ अर्पिता के 8 बैंक खातों को ED ने किया फ्रिज, हुआ था करोड़ों का ट्रांजैक्शन
सिंह ने कहा, हम हर घर तिरंगा चाहते हैं जबकि हमारा पड़ोसी देश कश्मीर में हर घर मातम चाहता है। उन्होंने कहा कि नार्को-आतंकवाद वर्तमान में जम्मू-कश्मीर पुलिस के सामने सबसे बड़ी चुनौती है। हम नार्को-आतंकवाद के खतरे से प्रभावी ढंग से निपट रहे हैं, लेकिन हमें अभी भी बहुत कुछ करने की जरूरत है। डीजीपी दिलबाग सिंह ने कहा कि पाकिस्तान की ओर से पैसे का इस्तेमाल युवाओं को ड्रग्स और आतंकवाद की ओर आकर्षित करने के लिए किया जाता है। इससे लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है।
उन्होंने कहा हम शांतिपूर्ण माहौल सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं, लेकिन हमारा पड़ोसी शांति भंग करने की साजिश रच रहा है। इस पैसे का इस्तेमाल युवाओं को ड्रग्स और आतंकवाद की ओर आकर्षित करने के लिए किया जाता है। उन्होंने 1,601 पुलिस कर्मियों और 514 विशेष पुलिस अधिकारियों (एसपीओ) को श्रद्धांजलि अर्पित की, जिन्होंने पिछले 30 सालों के दौरान जम्मू-कश्मीर में ड्यूटी के दौरान अपने प्राणों की आहुति दी।
दिलबाग सिंह ने कहा कि ड्रग्स और हथियारों को गिराने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया जा रहा है। हम शांतिपूर्ण माहौल सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं, लेकिन हमारा पड़ोसी शांति भंग करने की साजिश रच रहा है। इस पैसे का इस्तेमाल युवाओं को ड्रग्स और आतंकवाद की ओर आकर्षित करने के लिए किया जाता है। उन्होंने 1,601 पुलिस कर्मियों और 514 विशेष पुलिस अधिकारियों (एसपीओ) को श्रद्धांजलि अर्पित की, जिन्होंने पिछले 30 वर्षों के दौरान जम्मू-कश्मीर में ड्यूटी के दौरान अपने प्राणों की आहुति दे दी।
(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)