israel hamas war: हमास और इजराइल के बीच चल रहे युद्ध का असर पूरी दुनिया में दिख रहा है। लगातार हो रही बमबारी से आसपास के इलाके तबाह हो गए और गाजा पट्टी में करीब 2,670 लोग मारे गए जा चुके हैं। गाजा में इजराइल के हवाई हमले के बाद संभावित जमीनी कार्रवाई हुई तो हजारों मरीज बेमौत मारे जाएंगे। डॉक्टरों ने चेतावनी दी कि अस्पताल को घायलों के इलाज में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में अगर जमीनी कार्रवाई की गई तो पहले से ही बाधित चिकित्सा आपूर्ति में व्यवधान के कारण हजारों घायल मरीजों की मौत हो सकती है।
इजराइल के हमले से गाजा में बिगड़े हालात
गाजा में नागरिक इजराइल के जमीनी हमले से पहले भोजन, पानी और सुरक्षित आश्रय खोजने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। दरअसल, पिछले हफ्ते हमास के घातक हमले के बाद इजराइल ने पूरे गाजा इलाके की घेराबंदी कर दी है। संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, गाजा के अस्पतालों में दो दिनों के भीतर जनरेटर के लिए ईंधन खत्म होने की आशंका है।
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इससे हजारों मरीजों की जान खतरे में पड़ जायेगी। गाजा का एकमात्र बिजली संयंत्र ईंधन की कमी के कारण बंद हो गया है। दक्षिणी शहर खान यूनिस में नासिर अस्पताल की गहन चिकित्सा इकाई (आईसीयू) घायल मरीजों से भरी हुई है। इनमें से अधिकतर तीन साल से कम उम्र के बच्चे हैं।
बिजली आपूर्ति बंद हुई तो बेमौत मारे जाएंगे सैकड़ों लोग
क्रिटिकल केयर कॉम्प्लेक्स के सलाहकार डॉ. मोहम्मद कंदील ने कहा कि विस्फोट के कारण गंभीर रूप से घायल सैकड़ों लोग अस्पताल भर्ती हैं। सोमवार तक यहां ईंधन खत्म होने की आशंका है। उन्होंने कहा कि आईसीयू में 35 मरीजों को वेंटिलेटर की जरूरत है। इसके अलावा 60 मरीज डायलिसिस पर हैं। अगर ईंधन खत्म हो गया तो इसका मतलब है कि पूरी स्वास्थ्य प्रणाली बंद हो जाएगी।
अगर बिजली आपूर्ति बंद हो गयी तो इन सभी मरीजों की जान जाने का खतरा है। उत्तरी गाजा के कमाल अदवान अस्पताल में बाल रोग विभाग के प्रमुख डॉ. हुसाम अबू सफिया ने बताया कि सात नवजात शिशु आईसीयू में वेंटिलेटर पर हैं। उन्होंने कहा कि हम अस्पताल खाली नहीं कर सकते। इसका मतलब यह होगा कि वे शिशु और अन्य मरीज़ मर जायेंगे।
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