नई दिल्लीः कई देशों की लम्बी यात्रा पर निकले भारत के जलपोत आईएनएस तबर ने भूमध्य सागर में ग्रीक और मिस्र की नौसेनाओं के साथ अभ्यास किया है। हेलेनिक (ग्रीक) नेवी के फ्रिगेट एचएस थेमिस्टोकलिस और मिस्र के जहाज तौशका के साथ वायु रक्षा के साथ कई और तरह के समुद्री अभ्यास किए गए।
भारत और मिस्र के बीच संबंधों को मजबूत करने के उद्देश्य से सद्भावना यात्रा के तहत आईएनएस तबर 29 जून को दो दिनों के लिए अलेक्जेंड्रिया पहुंचा था। एक आधिकारिक बयान के अनुसार दोनों देशों के बीच मधुर द्विपक्षीय संबंध हैं और भारतीय नौसेना के जहाजों ने अक्सर अलेक्जेंड्रिया बंदरगाह का दौरा किया है। जहाज के कमांडिंग ऑफिसर कैप्टन एम महेश और चालक दल ने अलेक्जेंड्रिया नेवल अननोन सोल्जर मेमोरियल पर माल्यार्पण किया।
इसके बाद कमांडिंग ऑफिसर ने अलेक्जेंड्रिया नेवल बेस के कमांडर रियर एडमिरल अयमान अल-डेली से भी मुलाकात की। बंदरगाह से प्रस्थान करने पर आईएनएस तबर ने मिस्र के नौसेना जहाज तौशका के साथ समुद्र में समुद्री साझेदारी अभ्यास किया। अभ्यास में हेलो डेक लैंडिंग ऑपरेशन और चल रहे पुनःपूर्ति अभ्यास शामिल थे। समुद्र में इन अभ्यासों ने भारतीय नौसेना और मिस्र की नौसेना के बीच नौसैनिक सहयोग और अंतःक्रियाशीलता का उदाहरण दिया। आईएनएस तबर की सद्भावना यात्रा का उद्देश्य दोनों पक्षों के बीच संबंधों को मजबूत करने के नए रास्ते तलाशना है।
यह भी पढ़ेंः-यूपी में सियासी समीकरण और गठजोड़ में जुटे छोटे राजनीतिक दलभारतीय नौसेना का जलपोत आईएनएस तबर सितम्बर के आखिर तक अफ्रीका और यूरोप के कई बंदरगाहों की यात्रा करेगा। इस जलपोत ने 13 जून से अपनी लम्बी यात्रा शुरू की है। इस दौरान जलपोत तबर व्यावसायिक, सामाजिक और अन्य गतिविधियों का संचालन करेगा। इस दौरान कई मित्र देशों की नौसेनाओं के साथ संयुक्त अभ्यास में भी शामिल होगा। यात्रा के दौरान आईएनएस तबर अदन की खाड़ी, लाल सागर, स्वेज नहर, भूमध्य सागर और बाल्टिक सागर से होकर गुजरेगा।