नई दिल्लीः अर्थव्यवस्था के र्मोचे पर सरकार को राहत देने वाली खबर आई है। बिजली, खनन और विनिर्माण क्षेत्रों के बेहतर प्रदर्शन से औद्योगिक उत्पादन में बढ़ोतरी हुई है। देश का औद्योगिक उत्पादन सूचकांक फरवरी महीने में 5.6 फीसदी बढ़ा है, जबकि फरवरी, 2022 में यह 1.2 फीसदी बढ़ा था।
राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) के बुधवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) आधारित औद्योगिक उत्पादन फरवरी महीने में 5.6 फीसदी बढ़ा है। पिछले साल फरवरी, 2022 में यह 1.2 फीसदी बढ़ा था। इस साल जनवरी महीने में औद्योगिक उत्पादन 5.5 फीसदी रहा था।
आंकड़ों के मुताबिक विनिर्माण क्षेत्र का उत्पादन फरवरी में 5.3 फीसदी रहा है। एक साल पहले इसमें 0.2 फीसदी की वृद्धि हुई थी। वहीं, खनन क्षेत्र का उत्पादन 4.6 फीसदी पर स्थिर रहा। बिजली क्षेत्र के उत्पादन में 8.2 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई, जबकि पिछले साल इसी अवधि में इसमें 4.5 फीसदी की वृद्धि हुई थी।
एनएसओ के मुताबिक पूंजीगत वस्तुओं के उत्पादन में फरवरी में 10.5 फीसदी की बढ़ोतरी हुई, जबकि एक साल पहले इसी महीने में इसमें 1.3 फीसदी की वृद्धि हुई थी। टिकाऊ उपभोक्ता क्षेत्र का उत्पादन चार फीसदी बढ़ा, जबकि एक साल पहले इसी महीने में इसमें 9.7 फीसदी की गिरावट आई थी। गैर-टिकाऊ उपभोक्ता वस्तुओं का उत्पादन फरवरी में 12.1 फीसदी बढ़ा है, जबकि पिछले साल इसी अवधि में इसमें 6.8 फीसदी की गिरावट आई थी। बुनियादी ढांचा और निर्माण वस्तुओं के उत्पादन क्षेत्र में 7.9 फीसदी की वृद्धि हुई, जबकि एक साल पहले इसी महीने में इसमें 8.6 फीसदी की वृद्धि हुई थी।
आंकड़ों के अनुसार प्राथमिक वस्तुओं के उत्पादन में इस साल फरवरी में 6.8 फीसदी की वृद्धि हुई, जबकि एक साल पहले इसी महीने में 4.6 फीसदी की वृद्धि हुई थी। इसी तरह मध्यवर्ती वस्तुओं के उत्पादन में 0.3 फीसदी की गिरावट आई है, जबकि एक साल पहले इसी महीने में इसमें 4.1 फीसदी की बढ़ोतरी हुई थी। इसके अलावा बीते वित्त वर्ष 2022-23 के पहले 11 महीनों (अप्रैल-फरवरी) के दौरान औद्योगिक उत्पादन 5.5 फीसदी रहा है, जो एक साल पहले इसी अवधि में 12.5 फीसदी था।
(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)