कानपुरः उत्तर प्रदेश में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की तारीखों का एलान भले ही न हुआ हो, पर संभावित उम्मीदवारों के यहां खाने-पीने की पार्टियां तेज हो गयी हैं। इसको लेकर पुलिस विभाग भी सतर्क हो गया है और मुखबिर के जरिये सूचनाएं एकत्र की जा रही हैं। इसके साथ पंचायत चुनाव में किसी भी प्रकार का अवरोध न हो इसके लिए पुलिस विभाग ने कमर कस ली है और आरक्षियों को शस्त्र प्रशिक्षण दिया जा रहा है। यही नहीं अगर दंगा हो जाता है तो उससे कैसे नियंत्रित करना है उसकी भी जानकारी दी जा रही है।
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की आरक्षण सूची जारी कर दी गयी हैं और तीन दिन में इसकी फाइनल सूची भी जारी कर दी जाएगी। फाइनल सूची जारी होने के बाद किसी भी समय चुनाव आयोग तारीखों का एलान कर देगा। इसको देखते हुए सभी संभावित उम्मीदवार जनता के बीच अपनी पैठ मजबूत करने के लिए सभी प्रकार के दांव पेंच आजमा रहे हैं। यह चुनाव ग्रामीण क्षेत्र का होता है ऐसे में जनपद में ग्रामीण क्षेत्र की जिम्मेदारी संभाल रहे पुलिस अधिकारी पूरी तरह से सतर्क हो गये हैं। ग्राम स्तर के चुनाव में अक्सर देखा जाता है कि चुनावी रंजिश में घटनाएं बढ़ जाती हैं।
इन सभी बिन्दुओं को नजर रखते हुए क्षेत्राधिकारी सदर ऋषिकेश यादव ने अपने सर्किल क्षेत्र में चुनावी तैयारियां तेज कर दी हैं। शुक्रवार को क्षेत्राधिकारी और महाराजपुर थाना प्रभारी राघवेन्द्र सिंह ने आरक्षियों को शस्त्र प्रशिक्षण कराया। बताया गया कि किस तरह के माहौल में शस्त्रों का कैसे प्रयोग करना है। इसके साथ ही दंगा नियंत्रण, बलवा नियंत्रण के बारे टियर गैस, आंसू गैस आदि शस्त्रों के बारे में जानकारी दी गई।