कोलकाता: पश्चिम बंगाल में लोकसभा चुनाव के पांचवें चरण के तहत 20 मई को सात लोकसभा सीटों पर शांतिपूर्ण मतदान सुनिश्चित करना चुनाव आयोग (ईसी) के लिए चुनौतीपूर्ण होगा। इस चरण में 57 फीसदी से ज्यादा बूथ संवेदनशील चिन्हित किये गये हैं। पश्चिम बंगाल के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) कार्यालय के रिकॉर्ड के अनुसार, इस चरण में पहचाने गए संवेदनशील बूथों का प्रतिशत 57.19 प्रतिशत है, जो चौथे चरण के 23.5 प्रतिशत के आंकड़े से काफी अधिक है।
बंगाल की इन सीटों पर चुनाव
पश्चिम बंगाल की जिन सात लोकसभा सीटों पर 20 मई को मतदान होने जा रहा है उनमें हुगली जिले की हुगली, आरामबाग और श्रीरामपुर, उत्तर 24 परगना जिले की बैरकपुर और बनगांव और हावड़ा जिले की हावड़ा और उलुबेरिया शामिल हैं। सीईओ कार्यालय के आंकड़ों के अनुसार, इन सात लोकसभा क्षेत्रों में से चार में 50 प्रतिशत से अधिक संवेदनशील बूथ हैं, जबकि उनमें से दो में 80 प्रतिशत से अधिक संवेदनशील बूथ हैं।
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पांचवें चरण में 87 प्रतिशत संवेदनशील बूथ
पांचवें चरण में, हुगली में सबसे अधिक 87 प्रतिशत संवेदनशील बूथ हैं, इसके बाद आरामबाग में 85 प्रतिशत संवेदनशील बूथ हैं। संवेदनशील बूथों की संख्या के मामले में बैरकपुर तीसरे स्थान पर है - 67 प्रतिशत, उसके बाद श्रीरामपुर - 60 प्रतिशत है। इसे ध्यान में रखते हुए, आयोग ने चौथे चरण की तुलना में पांचवें चरण में केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (सीएपीएफ) की तैनाती को लगभग 32 प्रतिशत बढ़ाने का निर्णय लिया है।
सीईओ कार्यालय के अंदरूनी सूत्रों ने कहा कि सीएपीएफ तैनाती में यह वृद्धि इस तथ्य के बावजूद होगी कि पांचवें चरण में मतदान करने वाले लोकसभा क्षेत्रों की संख्या चौथे चरण की तुलना में थोड़ी कम है। ऐसा इसलिए क्योंकि संवेदनशील बूथों की संख्या अधिक है।