प्रदेश फीचर्ड राजस्थान हेल्थ

राजस्थान में अब गंभीर कोविड मरीजों को निजी अस्पतालों में भी मिल सकेगा नि:शुल्क इलाज

gahlot

 

जयपुर:  राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने रविवार को मुख्यमंत्री निवास पर कोरोना संक्रमण की स्थिति की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने कहा कि प्रदेश में कोरोना के गंभीर मरीजों को आवश्यकता होने पर निजी अस्पतालों में भी निशुल्क उपचार मिल सकेगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने राजकीय अस्पतालों में ऑक्सीजन बेड की समुचित व्यवस्थाएं की हैं। इसके बाद भी भविष्य में और बेड की आवश्यकता होने पर निजी अस्पतालों से सहयोग लिया जाए। उन्होंने कहा कि इसके लिए जिला कलेक्टर निजी अस्पतालों में राज्य सरकार की निर्धारित दरों पर कोविड के गंभीर मरीजों के निशुल्क इलाज की व्यवस्था कर सकेंगे।

सीएम ने कहा कि संकट के इस समय में निजी अस्पताल अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए आईसीयू तथा ऑक्सीजन बेड की संख्या बढ़ाएं। उन्होंने कहा कि निजी अस्पताल एसिम्प्टोमैटिक मरीजों को बेड उपलब्ध कराने के लिए होटल संचालकों के साथ बातचीत कर अनुबंध करें ताकि गंभीर रोगियों के लिए अस्पताल में बेड उपलब्ध रह सकें।

यह भी पढ़ें-दावा: CAA विरोधी प्रदर्शन को देशव्यापी बनाने की जीतोड़ कोशिश कर रहा था शरजील

मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि राज्य में संभागीय स्तर पर मेडिकल कॉलेज से संबद्ध अस्पतालों में हाई फ्लो ऑक्सीजन युक्त बेड और आईसीयू बेड की संख्या को आगामी एक माह में तीन से चार गुना तक बढ़ाया जाए। उन्होंने कहा कि कोविड-19 संक्रमण की स्थिति को देखते हुए पुख्ता व्यवस्थाएं सुनिश्चित करना बेहद जरूरी है। उन्होंने जयपुर व कोटा में कोविड केयर के लिए 100 अतिरिक्त बेड की व्यवस्था करने के निर्देश भी दिए।

जरूरतमंद 4.14 लाख परिवारों को मिलेगा निशुल्क गेहूं व चना

गहलोत ने कहा, कोरोना के कारण जिन लोगों कीआजीविका छिन गई और जो पूर्व में 37 श्रेणियों के लिए किए गए सर्वे से वंचित रह गए थे, दूसरे सर्वे में चिन्हित ऐसे 4 लाख 14 हजार जरूरतमंद परिवारों को खाद्यान्न सुरक्षा प्रदान करने के लिए बड़ा निर्णय किया है। इनको प्रति परिवार एक किलो चना तथा इन परिवारों के 15 लाख 33 हजार सदस्यों को दस किलोग्राम गेहूं निशुल्क उपलब्ध कराया जाएगा।

यह भी पढ़ें-MP: उद्घाटन से पहले ही ध्वस्त हो गया करोड़ों की लागत से बना पुल

उन्होंने कहा कि,  हाल ही प्रदेश के कुछ सांसद एवं विधायक भी कोरोना पॉजिटिव हुए हैं। इसे देखते हुए सभी सांसद-विधायक एहतियात के तौर पर अपनी कोरोना जांच करवाएं, जिससे संक्रमण से बचा जा सके। कोरोना संक्रमण का फैलाव रोकने के लिए भीड़ पर नियंत्रण जरूरी है। उन्होंने कहा कि विवाह आयोजनों के साथ-साथ सभी सामाजिक, सांस्कृतिक, धार्मिक, खेल एवं राजनीतिक आयोजनों में पूर्व की भांति 50 से अधिक लोगों को अनुमत नहीं किया जाए। साथ ही इन आयोजनों के लिए संबंधित उपखंड अधिकारी को पूर्व सूचना भी देनी होगी।

यह भी पढ़ें-सीएम योगी ने कहा- दुनिया के अन्य बड़े देशों की तुलना में हम बेहतर, जरूर जीतेंगे जंग

गहलोत ने अनलॉक-4 गाइडलांइस के अनुरूप प्रदेश के लिए गाइडलाइन जारी करने के संबंध में भी विस्तृत चर्चा की और जयपुर मेट्रो का संचालन सोशल डिस्टेंसिंग एवं अन्य हेल्थ प्रोटोकाॅल के साथ शीघ्र शुरू करने के निर्देश दिए।मुख्यमंत्री ने जिला कलक्टरों को जेईई-नीट परीक्षाओं में शामिल होने वाले विद्यार्थियों को संक्रमण से बचाने के लिए परीक्षा केन्द्रों पर हेल्थ प्रोटोकॉल से संबंधित व्यवस्थाएं सुनिश्चित करवाने के निर्देश दिए। साथ ही बच्चों के आवागमन के लिए परिवहन तथा ठहरने आदि की व्यवस्था सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए।