वॉशिंगटनः अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड डोनाल्ड ट्रंप पर फरवरी के दूसरे हफ्ते में महाभियोग शुरू होगा। हालांकि, इसकी शुरुआती प्रक्रिया अगले हफ्ते ही शुरू हो जाएगी। इस दौरान उनके खिलाफ लगाए गए आरोपों से संबंधित तमाम दस्तावेज सीनेट की कमेटी को सौंपे जाएंगे। अगर ट्रम्प दोषी पाए गए तो वे 2024 में राष्ट्रपति चुनाव नहीं लड़ पाएंगे।
6 जून को अमेरिकी संसद के बाहर और अंदर पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के समर्थकों ने हिंसा की थी। इसमें एक पुलिस अफसर और एक महिला समेत पांच लोगों की मौत हो गई थी। ट्रंप पर समर्थकों को उकसाने का आरोप है।
सीनेटर्स की ज्यूरी बनेगी
एक रिपोर्ट के मुताबिक, अगले हफ्ते महाभियोग के आरोपों से संबंधित तमाम दस्तावेजी सबूत सीनेट के सामने रखे जाएंगे। सीनेटर्स ही जज की भूमिका में रहेंगे और इसके लिए इन्हें शपथ भी लेनी होगी। सीनेट में डेमोक्रेटिक पार्टी के नेता चक शुमेर ने कहा- हमने अपने रिपब्लिकन सहयोगियों से बातचीत कर ली है। महाभियोग की प्रक्रिया को दो हफ्ते टाला गया है ताकि ट्रंप को अपने बचाव में दलील तैयार करने का मौका मिल सके।
यह भी पढ़ेंः-सीएम योगी और सपा ने यूपी के स्थापना दिवस पर दी बधाई, प्रदेशवासियों से की ये अपील
पिछली बार बच गए थे ट्रम्प
डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका के पहले ऐसे राष्ट्रपति (अब पूर्व) हैं जिनके खिलाफ दूसरी बार महाभियोग को मंजूरी दी गई है। पिछली बार वे बच गए थे। सीनेट में कुल 100 मेंबर्स होते हैं। ट्रम्प के खिलाफ महाभियोग पारित कराने के लिए 67 सांसदों का समर्थन जरूरी है। ट्रम्प पर 6 जनवरी को अपने समर्थकों को हिंसा के लिए भड़काने का आरोप है। सीनेट में रिपब्लिकन पार्टी के नेता मिच मैक्डोनेल ने ट्रम्प के खिलाफ आरोपों का समर्थन तो किया है लेकिन ये भी कहा कि नई सरकार को फिलहाल अपना फोकस उन कामों पर करना चाहिए जो ज्यादा जरूरी हैं और जिन मुद्दों पर लोगों ने उसे चुना है।