प्रदेश छत्तीसगढ़

आईएमए ने किया राष्ट्रव्यापी विरोध प्रदर्शन का ऐलान, इस बात से नाराज हैं डॉक्टर

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रायपुर: छत्तीसगढ़ में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने डॉक्टरों पर किए जा रहे हमले एवं आरोपों के खिलाफ 18 जून को राष्ट्रव्यापी विरोध दिवस का ऐलान किया है। प्रेस वार्ता में आईएमए के पदाधिकारियों ने बताया कि सभी डॉक्टर निर्धारित तारीख को पूरे प्रदेश में विरोध प्रदर्शन करेंगे। साथ ही शासन के सामने चार सूत्रीय मांग भी पेश करेंगे। मंगलवार शाम को बिलासपुर में प्रेसवार्ता कर आईएमए पदाधिकारियों ने बताया कि देश -प्रदेश और जिले के चिकित्सक लम्बे समय से मानसिक और शारीरिक प्रताड़नाओं का सामना कर रहे हैं। प्रताड़ना के खिलाफ आईएमए लगातार संघर्ष कर रहा है।

पदाधिकारियों ने बताया कि एक तरफ डॉक्टरों को देवदूत कहा जाता है। दूसरी तरफ मरीजों के परिजन जान लेने को उतारू हो जाते है। आईएमए सदस्यों ने बताया कि पिछले दिनों बाबा रामदेव ने भी एलोपैथी पर बयान देने के साथ ही चिकित्सकों को भी निशाना बनाया। मीडिया के दबाव में उन्हें झुकना पड़ा। डॉक्टरों को देवदूत कहकर किनारा कर लिया। डॉक्टरों ने बताया कि कोरोना काल के दौरान डॉक्टरों को निशाना बनाया गया है। असम बिहार, पश्चिमी बंगाल, दिल्ली उत्तर प्रदेश, कर्नाटक, समेत देश के अन्य राज्यों में डॉक्टरों पर जानलेवा हमला किया गया। मरीजों के परिजनों के हमले कई चिकित्सकों को गंभीर चोट पहुंची।

कई को तो आईसीयू में भी भर्ती होना पड़ा। डॉक्टरों ने बताया भय के वातावरण में चिकित्सकों को काम करना मुश्किल हो गया है। सभी डॉक्टर अपने आप को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। इसके खिलाफ आईएमए ने फैसला किया है कि 18 जून को राष्ट्रव्यापी विरोध प्रदर्शन किया जाएगा । 18 जून को सभी डॉक्टर कोविड प्रोटोकाल का पालन करते हुए विरोध जाहिर करेंगे। साथ ही सरकार के सामने चार सूत्रीय मांग भी पेश करेंगे। आईएमए पदाधिकारियों ने बताया कि सरकार से मांग है कि अस्पताल और चिकित्साकर्मी की सुरक्षा आईपीसी और सीआरपीसी धाराओं के साथ व्यवसायिक सुरक्षा दी जाए। अस्पतालों में सुरक्षा के निश्चित मापदण्ड तय किए जाएं। चिकित्सालय परिसर को निषिद्ध क्षेत्र घोषित किया जाए। हमला करने वालों पर फास्टट्रैक सिस्टम से सुनवाई और कार्रवाई हो।

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आईएमए पदाधिकारियों ने पत्रकारों को बताया कि 18 जून को सभी चिकित्सक काली पट्टी, काला झंडा, काला मास्क, काला फीता और काली टार्च का उपयोग करेंगे। बैनर पोस्टर में सेव द सेवियर का स्लोगन होगा। विरोध प्रदर्शन आईएमए भवन के सामने किया जाएगा। मेडिकल छात्रों को भी प्रदर्शन में शामिल किया जाएगा।