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कोरोना की तीसरी लहर का तांडव मचा तो प्रदेश सरकार ही होगी जिम्मेदार : भाजपा

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रायपुरः भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और छत्तीसगढ़ विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने भूपेश सरकार पर कोरोना संक्रमण के प्रति फिर लापरवाह होने का आरोप लगाया है । उन्होंने कहा कि अब यदि प्रदेश में कोरोना की तीसरी लहर का तांडव मचा तो केवल प्रदेश की कांग्रेस सरकार ही इसके लिए सीधे-सीधे जिम्मेदार होगी। कौशिक ने कहा कि कोरोना संक्रमण की रोकथाम के मोर्चे पर विफल प्रदेश सरकार वैक्सीनेशन के काम में पूरी तरह नाकारा साबित हो रही है। एक तो वैक्सीनेशन की गति धीमी है, वहीं प्रदेश के लाखों लोग वैक्सीनेशन के प्रमाण से महीनों बीत जाने के बाद भी वंचित हैं I

नेता प्रतिपक्ष कौशिक ने कहा कि कोरोना संक्रमण के लगातार बढ़ रहे आँकड़ों में कमी आना राहत की बात है, लेकिन प्रदेश सरकार को यह ध्यान में रखना चाहिए कि कोरोना की दूसरी लहर कमजोर पड़ी है, ख़त्म नहीं हुई है और अब किसी भी स्तर पर लापरवाही छत्तीसगढ़ में तीसरी लहर की आशंका को घनीभूत कर सकती है। कोरोना की दूसरी लहर के कमजोर पड़ते ही लोगों ने कोरोना गाइडलाइन को भुला दिया है, मास्क पहने बिना और सोशल डिस्टेंसिंग की जरा भी परवाह नहीं करते हुए भीड़-भाड़ वाली जगहों में लोगों की उपस्थिति बेहद चिंताजनक है। कौशिक ने कहा कि कोरोना संक्रमण से हुईं और हो रही मौतों के बाद भी प्रदेश सरकार कोरोना महामारी को गंभीरता से लेती नजर नहीं आ रही है और अपने दायित्वों को भूल गई है, जबकि कोरोना के कमजोर होने के बाद प्रदेश सरकार को कोविड जाँच व उपचार केंद्रों के इंतजाम दुरुस्त करने, ऑक्सीजन, वेंटीलेटर, दवाइयों, पीपीई किट आदि की व्यवस्था पर ध्यान देना चाहिए ताकि दुर्भाग्य से कहीं कोरोना की तीसरी लहर की आशंका नजर आए तो तत्काल लोगों को सहूलियत व पर्याप्त इलाज मुहैया हो सके। लेकिन अपने इन दायित्वों की चिंता छोड़ प्रदेश सरकार सियासी नौटंकियों में मशगूल है।

नेता प्रतिपक्ष कौशिक ने कहा कि प्रदेश सरकार न तो कोरोना गाइडलाइन के पालन के प्रति लोगों को जागरूक और प्रेरित कर रही है, न ही वैक्सीनेशन को लेकर फैली अफ़वाहों व भ्रांतियों को दूर करने में रुचि ले रही है। वैक्सीनेशन का काम भी प्रदेश सरकार ठीक ढंग से संचालित नहीं कर पा रही है। टीकाकरण केंद्रों में एडवर्स इफ़ेक्ट के ऑब्जर्वेशन की व्यवस्था ध्वस्त हो चली है, वहीं स्वास्थ्य विभाग के अमले ने वैक्सीन की खुराक ले चुके लाखों लोगों को अब तक टीकाकरण को प्रमाणित करने वाला मैसेज तक नहीं भेजा है।

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उन्होंने हैरत जताई कि प्रदेशभर में 18-44 वर्ष आयुवर्ग के लगभग छह लाख लोगों के पास वैक्सीनेशन का कोई प्रमाण ही नहीं है, जबकि अभी उनकी दूसरी खुराक ड्यू है। इसी प्रकार 45+ आयुवर्ग के लोग भी महीनों से वैक्सीनेशन के मैसेज का इंतजार कर रहे हैं। कौशिक ने कहा कि प्रदेश सरकार को कोरोना के साथ-साथ लगातार सामने आ रहे ब्लैक फ़ंगस के मामलों पर भी काबू पाने की रणनीति बनाने की चिंता करनी चाहिए। सियासत करने के बजाय प्रदेश सरकार पीड़ित मानवता की सेवा को अपना प्रथम लक्ष्य निर्धारित कर जनस्वास्थ्य के प्रति अपनी जवाबदेही साबित करे, यह आज सर्वाधिक आवश्यक है।