नई दिल्लीः उच्च रक्तचाप (Hypertension) तेजी से बढ़ती गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं में से एक है। जो आगे चलकर हृदय रोग का कारण बन सकता है। विशेषज्ञों के मुताबिक, पहले ब्लड प्रेशर को उम्र बढ़ने के साथ होने वाली बीमारी के तौर पर जाना जाता था। जो अब हर उम्र के लोगों को अपना शिकार बनाना शुरू कर दिया है। देखा जाए तो हाल के वर्षों में उच्च रक्तचाप ने किशोर और कम उम्र के लोगों को आसानी से अपना शिकार बनाना शुरू कर दिया है। एक अनुमान के मुताबिक देश में हर चार में से एक व्यक्ति ब्लड प्रेशर का शिकार है। इसलिए स्वास्थ्य विभाग आम लोगों को उच्च रक्तचाप के प्रति जागरूक करने, इसका इलाज और स्वास्थ्य संस्थानों में दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने का प्रयास कर रहा है।
अपनाएं हेल्दी लाइफस्टाइल
सिविल सर्जन डॉ. कौशल किशोर ने शनिवार को बताया कि विभाग लोगों को रक्तचाप के कारण और इसे नियंत्रित करने के उपायों के बारे में जागरूक करने के उद्देश्य से समय-समय पर जागरूकता अभियान चला रहा है। स्वास्थ्य कल्याण केंद्रों पर विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से समुदाय को इसके खतरों के बारे में जागरूक किया जा रहा है। आमतौर पर जिले के सभी स्वास्थ्य संस्थानों में बीपी मरीजों की जांच, इलाज और आवश्यक परामर्श संबंधी सेवाएं उपलब्ध हैं। लोगों को नियमित अंतराल पर अपना बीपी जांचते रहना चाहिए। जो बीपी को नियंत्रण में रखने के लिए जरूरी भी है। उन्होंने कहा कि व्यवस्थित जीवनशैली अपनाकर उच्च रक्तचाप के खतरों को काफी हद तक नियंत्रित किया जा सकता है।
सिविल सर्जन ने बताया कि एनएफएचएस डाटा के अनुसार जिले में 15 वर्ष या उससे अधिक उम्र की 8.5 प्रतिशत महिलाएं बीपी की सामान्य समस्या से पीड़ित हैं. वहीं 4.4 प्रतिशत महिलाएं मध्यम और 11.0 प्रतिशत महिलाएं गंभीर बीपी की समस्या से पीड़ित हैं। वहीं, इसी उम्र के पुरुषों में 12.4 फीसदी पुरुषों को सामान्य, 5.4 फीसदी को मध्यम और 22.7 फीसदी को गंभीर बीपी की समस्या है।
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ध्यान दें कि सिरदर्द, सांस लेने में तकलीफ, थकान या भ्रम, सीने में दर्द, पसीना, धुंधली दृष्टि, उल्टी उच्च रक्तचाप के सामान्य लक्षण हैं। अगर ऐसा कोई भी लक्षण दिखे तो तुरंत बीपी जांच कराना जरूरी है।
खाने पीने का रखें खास ख्याल
सदर अस्पताल उपाधीक्षक डॉ. अनवर आलम ने बताया कि उच्च रक्तचाप का मुख्य कारण तनाव और अनियंत्रित खान-पान है। इसके अलावा मोटापा, नींद की कमी, तैलीय पदार्थों और नमक का अधिक सेवन भी इसके कुछ अन्य कारण हैं। इसलिए जरूरी है कि आप अपने खान-पान का खास ख्याल रखें।
उच्च रक्तचाप से बचाव के लिए फल, सब्जियां और अंकुरित अनाज का सेवन जरूरी है। नियमित रूप से व्यायाम करने से कई फायदे होते हैं। इसके साथ ही शरीर के वजन और बीपी को नियंत्रित रखना और नियमित रूप से जांच कराना भी जरूरी है।
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