नई दिल्लीः ज्वार, बाजरा, रागी, कोदो, कुटकी, मक्का व जौ को मोटा अनाज कहते हैं। इनमें मौजूद पोषक तत्वों की वजह से इन्हें सुपरफूड भी कहा जाता है। यही वजह है कि प्रधानमंत्री मोदी भी देशवासियों से मिलेट्स यानी मोटा अनाज खाने की अपील कर चुके हैं। आमतौर पर रसोई में मोटे अनाज से कम ही व्यंजन बनाए जाते हैं, लेकिन सरकार इन्हें बढ़ावा दे रही है और यही कारण है कि लोग अब अपने सेहत के प्रति जागरूक हो रहे हैं और मोटे अनाज को अपने खाने में शामिल कर रहे हैं। बता दें कि देश के कई हिस्सों में लोग रागी, ज्वार, जौ, मक्के, कोदो व कुटकी से कई स्वादिष्ट व्यंजन बनाते हैं, ऐसी ही एक रेसिपी है रागी का हलवा।
रागी का हलवा बनाने के लिए सामग्री -
रागी - 1 कप
दूध - 2 कप
पानी - 2 कप
काजू, बादाम व किशमिश - 1 कप
चीनी - 1 कप
देशी घी - 5 टेबल स्पून
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विधि - सबसे पहले पैन में देशी घी डालकर गर्म करें। अब इसमें रागी डालकर तब तक भूनें, जब तक रागी का रंग गोल्डन ब्राउन नहीं हो जाता। रागी भून जाने पर पैन गैस से हटा लें। अब एक दूसरे बर्तन में दूध व पानी डालकर उबालकर रागी में धीरे-धीरे मिक्स करें। अब इसे 5 से 8 मिनट के लिए ढक दें। गैस की आंच धीमी रखें। 8 मिनट बाद ढक्कन खोलें। घोल धीरे-धीरे गाढ़ा हो गया है। अब इसमें चीनी डालें और मिलाएं। चीनी के पिघल जाने तक हलवे को चलाएं और अब हलवे में ड्राई फू्रट्स डाल दें और गर्मागरम परोसें।
रागी से लाभ व नुकसान -
रागी में कैल्शियम की प्रचूरता होती है, साथ ही डायबिटीज से मरीजों को डाॅक्टर भी रागी खाने की सलाह देते हैं। इसके अलावा रागी में आयरन भरपूर मात्रा में पायी जाती है। वहीं, थाॅयराइड व किडनी के मरीजों को रागी खाने से परहेज करना चाहिए।
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