नई दिल्ली: देशभर में 13 सितंबर यानी आज रविवार दोपहर 2 बजे से नीट (NEET) परीक्षाएं शुरू हो गई हैं। जेईई (JEE) की ही तरह नीट परीक्षाओं के लिए भी सभी परीक्षा केंद्रों पर विशेष इंतजाम किए गए हैं। नीट परीक्षा के मद्देनजर राज्यों ने कोरोना वायरस प्रतिबंधों के साथ परिवहन में भी ढील दी है। हालांकि सोशल डिस्टेंसिंग का सबसे ज्यादा ध्यान रखा जा रहा है। तस्वीरों में देखें परीक्षा केंद्रों में किस तरह से अभ्यर्थियों ने सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया और उनकी थर्मल स्क्रीनिंग की गई..
सोशल डिस्टेंसिंग के मद्देनजर एनटीए की ओर से परीक्षा केंद्रों की संख्या 2,846 से बढ़ाकर 3,843 कर दिए गए हैं। नीट परीक्षा के लिए इस बार करीब 16 लाख छात्रों ने रजिस्ट्रेशन किया है। हर रूम में अब केवल 12 कैंडिडेट ही परीक्षा देंगे, पहले यह संख्या 24 थी. कोरोना के चलते यह परीक्षा पहले ही दो बार टाली जा चुकी है। पहले यह एग्जाम 3 मई को होने थे, फिर इसे 26 जुलाई के लिए टाला गया । दिल्ली में 111 केंद्रों पर नीट की परीक्षा आयोजित की गई हैं। वहीं पूरे देशभर में 3862 केंद्रों पर यह परीक्षा ली जा रही हैं। परीक्षा केंद्रों के मुख्य द्वार पर ही थर्मल स्कैनर से सभी अभ्यार्थियों का तापमान जांचा जा रहा है। NEET यानी राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी द्वारा तय नियम के मुताबिक एक परीक्षा केंद्र पर एक समय में 90 छात्र ही प्रवेश कर रहे हैं। परीक्षा खत्म होने के बाद 24-24 के ग्रुप में छात्रों को बाहर लाया जाएगा। दिल्ली में नीट परीक्षा के लिए जहां 111 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं, वहीं उत्तर भारत में सबसे अधिक 320 परीक्षा केंद्र उत्तर प्रदेश में हैं। महाराष्ट्र में 615 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। 322 केरल परीक्षा केंद्र केरल में हैं। NTA ने कहा, कोरोना संक्रमण के प्रति सावधानी बरतते हुए प्रत्येक परीक्षा केंद्र को सैनिटाइज किया गया है। परीक्षा केंद्र के फर्श, दीवारों,फर्नीचर, लिफ्ट, सीढ़ियां और रैम आदि सभी स्थानों को पूरी तरह से सैनिटाइज करने की व्यवस्था की गई है। कोरोना महामारी के बीच नीट परीक्षा के आयोजन पर कुछ छात्रों और विपक्षी शासित राज्यों द्वारा चुनौती दी गई थी। उन्होंने कहा था कि इस समय इन परीक्षाओं को आयोजित करने से छात्रों का जीवन खतरे में पड़ जाएगा। पिछले महीने सुप्रीम कोर्ट में नीट और जेईई परीक्षा को टालने की याचिका दायर की गई थी। हालांकि कोर्ट ने कहा कि परीक्षा को सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का सख्ती से पालन करते हुए आयोजित किया जा सकता है। वहीं रेलवे घोषणा कर चुका है कि नीट अभ्यार्थियों और उनके अभिभावकों को लोकल ट्रेन में जाने की अनुमति है। छात्रों और उनके अभिभावकों को परीक्षा केंद्र तक जाने और वापस लौटने का टिकट मुहैया कराया जा रहा है।