फरीदाबादः हनीट्रैप में फंसाकर भैंस व्यापारी को बंधक बनाने तथा उसके परिजनों से फिरौती मांगने के मामले में क्राइम ब्रांच सेक्टर-17 टीम की टीम ने गुरुवार को तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर व्यापारी को मुक्त करवाने में सफलता हासिल की है। पुलिस प्रवक्ता सूबे सिंह ने बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपियों में बड़खल के रहने वाले दानिश व दानिश की पत्नी वरीसा तथा राजकुमारी पत्नी संतोष का नाम शामिल है।
18 जुलाई को राजवती ने मुरारीलाल को मिलने के लिए फरीदाबाद बुलाया और जब मुरारी लाल फरीदाबाद पहुंचा तो वहां पर आरोपियों के अन्य साथी आ गए, जिन्होंने मुरारी लाल को बंधक बनाकर फरीदाबाद के सेक्टर 18 में अपने किराए के कमरे में बंधक बना लिया। अगले दिन आरोपियों ने मुरारीलाल से उसके भाई राकेश के पास फोन करवाया और उसे किसी काम के लिए कुछ पैसे लेकर फरीदाबाद आने के लिए कहा। जब राकेश पैसे लेकर फरीदाबाद पहुंचा तो आरोपियों ने राकेश को फिर से फोन किया और उससे 30,000 की फिरौती मांगी। आरोपियों ने मुरारीलाल के भाई को धमकी दी कि यदि वह पैसे लेकर नहीं आया तो वह मुरारीलाल को जान से मार देंगे। राकेश ने इसकी सूचना पुलिस चौकी सेक्टर 16 में दी, जिसके आधार पर आरोपियों के खिलाफ षड्यंत्र रचने तथा फिरौती मांगने की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज करके मामले की जांच शुरू की गई।
क्राइम ब्रांच की टीम राकेश के साथ चल दी और जब राकेश दानिश के पास पहुंचा तो क्राइम ब्रांच की टीम ने उसे काबू कर लिया। इसके पश्चात क्राइम ब्रांच की टीम दानिश को लेकर सेक्टर 18 में स्थित उनके किराए के कमरे पर पहुंची। पुलिस को देख कर आरोपी एहसान तथा राजवती मौके से फरार हो गए। पुलिस ने जब कमरे पर जाकर देखा तो कमरे का दरवाजा बाहर से बंद था। पुलिस ने दरवाजा खोला तो उसके अंदर आरोपी महिला वरीसा तथा राजकुमारी मुरारीलाल को बंधक बनाकर बैठी हुई थी। क्राइम ब्रांच की टीम ने मुरारी लाल को आजाद करवाया और दोनों महिलाओं को काबू कर लिया। आरोपियों को अदालत में पेश किया गया, जहां से दोनों आरोपी महिलाओं को जेल भेज दिया गया। आरोपी दानिश को एक दिन के रिमांड पर भेज दिया।
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