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हिमाचल में कुदरत का कहर! बारिश व भूस्खलन से अब तक 41 की मौत, कालका-शिमला रेलवे ट्रैक बहा

Shimla Shiv Temple accident: CM reached the spot, mutilated dead bodies of innocent people found
shimla-shiv-mandir शिमला: हिमाचल प्रदेश में लगातार दो दिनों से हो रही भारी बारिश के कारण बाढ़ और भूस्खलन (himachal landslide) के कारण अब तक 41 लोगों की मौत हो गई। जबकि 13 लोग अभी भी लापता है। अधिकारियों ने जानकारी बताया कि राज्य की राजधानी में भगवान शिव के एक मंदिर के ढह जाने से 10 लोगों की मौत हो गई।

कालका-शिमला रेलवे ट्रैक भी बहा

यह मंदिर समर हिल में स्थित था। आपदा के वक्त मंदिर में करीब 50 लोग मौजूद थे। इतना ही नहीं सरकार की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक, जुतोग और समर हिल रेलवे स्टेशन के बीच कालका-शिमला रेलवे ट्रैक बह गया है। इसके चलते कंडाघाट-शिमला के बीच ट्रेनों की आवाजाही रद्द है। श्रावण मास के कारण मंदिर में भीड़ थी। एक पुलिस अधिकारी ने बताया, मलबे से पांच लोगों को निकाला गया है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू ने मृतकों की संख्या की पुष्टि करते हुए कहा कि अब तक नौ शव निकाले जा चुके हैं। उन्होंने एक बयान में कहा, “स्थानीय प्रशासन लोगों को बचाने को मलबे को हटाने के लिए काम कर रहा है।” सोलन जिले के कंडाघाट क्षेत्र में बादल फटने से अचानक आई बाढ़ और भूस्खलन (himachal landslide) के बाद सात लोग जिंदा दफन हो गए। यह आपदा राज्य की राजधानी से करीब 45 किलोमीटर दूर धवला उप-तहसील के जादोन गांव में देर रात करीब 1.30 बजे घटी। अधिकारियों ने बताया कि चार शव बरामद कर लिए गए हैं और पांच को बचा लिया गया है। तीन लापता लोगों का पता लगाने के लिए बचाव अभियान जारी है। ये भी पढ़ें..Solan: सोलन में बादल फटने से भारी तबाही, चार की मौत, तीन लापता

बारिश से मंडी में 6 लोगों की मौत

मंडी जिले में बारिश के कारण छह लोगों की मौत हो गई। मंडी के डिप्टी कमिश्नर अरिंदम चौधरी ने कहा कि मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है। मझवार गांव में दो घर और एक गौशाला क्षतिग्रस्त हो गए, जहां दो लोग लापता बताए जा रहे हैं।

मंडी और कुल्लू के बीच मार्ग बंद

चंडीगढ़-मनाली राजमार्ग शुक्रवार से मंडी और कुल्लू के बीच यातायात के लिए बंद है, जबकि सोमवार को भूस्खलन (himachal landslide) के कारण मंडी और कुल्लू के बीच वैकल्पिक मार्ग भी अवरुद्ध हो गए। मनाली और कुल्लू के बीच ब्यास नदी का प्रवाह काफी बढ़ गया है। कुल्लू, मंडी, हमीरपुर और कांगड़ा तथा नूरपुर कस्बों में नदी से सटे क्षेत्र भी ऐसे ही हैं। (अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)