फीचर्ड लाइफस्टाइल हेल्थ

High Blood Pressure: साइलेंट किलर है हाई बीपी, इन लक्षणों के नजर आते ही हो जाएं सतर्क

high-blood-pressure
high-blood-pressure नई दिल्लीः शरीर में बीपी बढ़ने की क्या वजह है? ये जानना उन लोगां के लिए बहुत जरुरी हो जाता है जो दिल से जुडी हुई बीमारियों से जूझ रहें हैं। क्योंकि हाई बीपी की समस्या को साइलेंट किलर भी माना जाता है। जिन्हें भी दिल के दौरे पड़ते हों या दिल से जुड़ी समस्याओं से ग्रस्त हों। उनके लिए ये हाई बीपी की परेशानी एक झटके में मौत का कारण बन सकती है। हाई बीपी काफी खतरनाक हो सकती है क्योंकि ये समस्या व्यक्ति को मौत से बचने का और संभलने का जरासा भी मौका नहीं देती है। अगर आपको इसके कारण और बचाव के बारे में नहीं पता है तो आप इस घातक बीमारी से अत्यधिक परेशान और पीड़ित रह सकते हैं। लेकिन इससे बचने के उपाय भी हैं और इनको जानकर व इसके उपयोग से आप इस बड़ी समस्या को पछाड़ सकते हैं। तो आईये आपको बताते हैं कि हाई बीपी बढ़ने के पीछे का कारण क्या है और इससे बचने के उपाय क्या हैं?

बीपी हाई होने के क्या लक्षण है?

जब ब्लड प्रेशर बहुत ज्यादा बढ़ जाता है तो व्यक्ति के शरीर में ये सभी लक्षण दिखाई देने लगते हैं। बहुत तेज सिरदर्द, सांस लेने में दिक्कत होने लगती है, आंखों में ब्लड स्पॉट दिखाई पड़ सकता है। कई बार तो नाक से खून भी आ जाता है। शरीर में थकान, हृदय की धड़कन अनियमित हो जाती है, अक्सर चेहरा लाल दिखाई पड़ने लगता है और चक्कर आने जैसे लक्षण भी नजर आने लगते हैं।

बीपी हाई होने से क्या तकलीफ होती है?

हार्ट फेल्योरः इस स्थिति में बॉडी सेल्स पर ज़्यादा दबाव पड़ता है। जिससे हृदय की मांसपेशियां भारी और मोटी हो जाती हैं। इसके कारण शरीर में ज़रूरी ब्लड फ्लो नहीं हो पाता और हार्ट फेल्योर का खतरा बढ़ जाता है। एन्यूरिज्मः ब्लड प्रेशर के बढ़ने से शारीरिक कोशिकाएं कमज़ोर होकर एन्यूरिज्म का रूप ले लेती हैं और ये आपके लिए बेहद गंभीर स्थिति हो सकती है। ये भी पढ़ें..Low Blood Pressure : ब्लड प्रेशर लो होने पर अपनाएं ये...

बीपी हाई होने से बचाव का सबसे अच्छा क्या उपाय हैं?

  • उच्च रक्तचाप या हाइपरटेंशन को सामान्य रखने या नियंत्रित करने के लिए कुछ उपाय हैं। जिनसे इस समस्या से निजात मिल सकती है।
  • अधिक वजन न बढ़ने देना स्वस्थ रहने का एक कारक है।
  • नियमित रूप से व्यायाम करना पूरे शरीर को निरोगी बनाने में मददगार है। नमक, चीनी और फैट वाली खाद्य वस्तुओं के सेवन से बचें। इस पर नियंत्रण के साथ हेल्दी डाइट ले सकते हैं।
  • नशीले पदार्थों के सेवन को सीमित करें या फिर इनसे दूर रहना ही सेहत के लिए उचित रहेगा।
  • कैफीनयुक्त पेय पदार्थों का सेवन कम कर दें।
  • बार-बार बीपी बढ़ने पर रक्तचाप के स्तर पर ध्यान दें।
  • कुछ रिपोर्टस की मानें तो करीब 58 फीसदी लोग बीपी की बीमारी से अनजान रह जाते हैं। उन्हें इस बात की जानकारी ही नहीं होती कि वो हाई बीपी की समस्या से ग्रस्त हैं। तो अगर आपको भी शरीर में ऐसे कोई लक्षण नजर आते हैं तो देर न करें जल्द ही डाक्टर से सम्पर्क करें।
(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)