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‘हैलो! मैं डिप्टी सीएम बोल रहा हूं’, कैसी तबीयत है आपकी..

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लखनऊः ‘‘हैलो मैं डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक बोल रहा हूँ। माता जी अब आपकी तबीयत कैसी है ? इलाज के दौरान अस्पताल में कोई दिक्कत तो नहीं हुई। किसी ने बाहर की दवा तो नहीं लिखी। डॉक्टर और कर्मचारियों का व्यवहार कैसा था ? आप निःसंकोच बताएं।’’ उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने बुधवार को प्रदेश के पांच जिलों के 10 मरीजों को फोन कर ऐसे ही सवाल किए। पाठक ने इलाज करा रहे मरीजों से सरकारी अस्पतालों में मिल रही सुविधाओं की जानकारी तो ली ही भविष्य में भी स्वास्थ्य सम्बंधी किसी भी तरह की परेशानी में सरकार के हमेशा साथ खड़े होने का भरोसा भी दिया। हरदोई निवासी 70 साल की बुजुर्ग महिला रामरति के पास जब डिप्टी सीएम का फोन पहुँचा तो वह भावुक हो गईं।

उन्होंने कहा भैया इलाज बहुत अच्छा मिला। पहली बार किसी ने इलाज के बाद इस तरह फोन कर तबीयत का हाल लिया है। रामरति के दामाद ने बताया कि सासू मां को उल्टी-दस्त और पेट दर्द की परेशानी होने पर जिला अस्पताल में भर्ती कराया था। डॉक्टर ने मुफ्त इलाज मुहैया कराया। छुट्टी के समय सात दिन की दवा भी दी। डॉक्टर व कर्मचारियों का बरताव भी ठीक रहा। अम्मा कोई दिक्कत हो तो बताना। सरकार को आपकी सेहत की चिंता है। डिप्टी सीएम ने अगला फोन लगाया और पूछा.. आप हरदोई से रानी श्रीवास्तव के घर से बोल रहे हैं। हां जी मैं उनका पति पप्पू बोल रहा हूं। मैं डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक बोल रहा हूँ। अब आपकी पत्नी की तबीयत कैसी है ? इलाज में कोई दिक्कत तो नहीं हुई। जी नहीं। 108 एम्बुलेंस को इमरजेंसी में बुलाया था। एम्बुलेंस कुछ समय में घर आ गई थी। मरीज को जिला अस्पताल में भर्ती कराया। पत्नी रानी को घबराहट और छाती में दर्द हुआ था। इलाज से वह ठीक हैं। इलाज में कोई दिक्कत नहीं हुई। आपके फोन ने मेरी ऊर्जा बढ़ा दी है। पहली बार इलाज की व्यवस्था जानने के लिए फोन किया। मंत्री जी आपका बहुत-बहुत धन्यवाद।

शाहजहांपुर
1-सुदामा जी बोल रही हैं। हां भैया आप कौन ? मैं डिप्टी सीएम बोल रहा हूँ। हां भैया बताईए। आपकी तबीयत कैसी है ? अस्पताल में कोई दिक्कत तो नहीं हुई। नहीं भैया। हमका डायबिटीज और ब्लड प्रेशर की परेशानी है। तबीयत ज्यादा बिगड़ गई रहे। डॉक्टर इमरजेंसी में भर्ती कर इलाज किए। अब हम ठीक हैं। मुफ्त इलाज मिला। घर के लिए 15 दिन की दवा भी मिली है। अब दो हफ्ते बाद फिर बुलाया गया है। कोई दिक्कत हो तो बताना अम्मा।
2-हैलो रामदीन बोल रहे हैं। नहीं मैं उनका बेटा वीर पाल बोल रहा हूँ। मैं डिप्टी सीएम। बाबू जी की तबीयत कैसी है ? मंत्री जी अस्पताल में काफी बदलाव आया है। इमरजेंसी में पापा को तुंरत भर्ती कर लिया गया था। जांच से लेकर दवा तक फ्री मिली। कोई दिक्कत नहीं हुई।

बस्ती
1-बालमुकुंद जी अब आपका बुखार कैसा है ? पापा जी आराम कर रहे हैं। मैं उनका बेटा मंजीत बोल रहा हूँ। पापा जी की तबीयत में सुधार है। बुखार और उल्टी-दस्त के बाद जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। डॉक्टरों ने तुरंत ग्लूकोज चढ़ाया और इंजेक्शन लगाए थे। एक दिन बाद पापा की अस्पताल से छुट्टी कर दी गई। अस्पताल में साफ-सफाई पहले से बेहतर हुई है।
2-आप सुनील बोल रहे हैं। जी हाँ। मैं उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक बोल रहा हूँ। आपके बेटे राहुल की तबीयत कैसी है। इलाज में कोई असुविधा तो नहीं हुई। जी नहीं। मेरे 14 साल के बेटे राहुल को पेट संबंधी परेशानी थी। बेहतर इलाज से बेटा ठीक हो गया। पहले से अस्पताल की सुविधाओं में इजाफा हुआ है। नियमित साफ-सफाई हो रही है।

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लखनऊ
1-ट्रॉमा सेंटर में भर्ती राहुल रावत जी की तबीयत कैसी है ? इलाज हासिल करने में कोई असुविधा तो नहीं हो रही है। यदि कोई दिक्कत हो तो बताना। मैं डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक हूँ। जी सर। मैं राहुल का भाई पवन हूँ। हम लोग आशियाना में रहते हैं। ट्रॉमा सेंटर के तीसरे तल पर भाई का इलाज चल रहा है। मोटरसाइकिल से गिरने की वजह से चोट लग गई है। हाथ-पैर बेजान हो गए हैं। डॉक्टरों की टीम इलाज में जुटी है। तबीयत में धीरे-धीरे सुधार हो रहा है। डॉक्टर-कर्मचारियों का बरताव भी ठीक है।
2-मैं डिप्टी सीएम बोल रहा हूं। सुना है सिविल में आपके मरीज राजेंद्र प्रसाद को इलाज हासिल करने में कोई दिक्कत आ रही है। मैं राजेंद्र की पत्नी शिवकुमारी बोल रही हूँ। मेरे पति के पैर में पस बन रहा है। डॉ. यूके प्रसाद सर इलाज कर रहे हैं। अभी तक इलाज में कोई परेशानी नहीं हुई। पैसे की मांग भी किसी स्तर पर नहीं हुई है। दवाएं भी मुफ्त मिल रही हैं।

एटा
1-राजपाल जी आपको क्या बीमारी है ? जिला अस्पताल में आपको इलाज हासिल करने में कोई अड़चन तो नहीं आई। साहब पिता के दोनों गुर्दे खराब हैं। डॉक्टर ने डायलिसिस की सलाह दी है। अस्पताल में कुछ दवाएं तो मिल गईं। लेकिन गुर्दे की कुछ दवाएं बाजार से लेनी पड़ी। कोई नहीं मैं दवाओं का बंदोबस्त कराता हूं। डिप्टी सीएम ने मरीज की परेशानी सुनकर तुरंत स्वास्थ्य विभाग के महानिदेशक डॉ. वेदव्रत सिंह को फोन लगाया। मरीज राजपाल की मदद के निर्देश दिए।
2-शकुंतला जी को इलाज हासिल करने कोई दिक्कत तो नहीं आई। यदि कोई दिक्कत आए तो मुझे बता सकते हैं। मैं डिप्टी सीएम आपकी मदद के लिए हमेशा तैयार हूँ। जी मां को गुर्दे की परेशानी हैं। जिला अस्पताल से दवाएं मिल रही हैं। डायलिसिस भी फ्री हो रही है।

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