
चंडीगढ़ः हरियाणा सरकार ने दसवीं तथा बारहवीं की परीक्षाओं की तैयारी के लिए अध्यापकों के लिए गाइडलाइन जारी कर दी है। परीक्षा में केवल 70 दिन बचे हैं। ऐसे में शिक्षा निदेशालय ने अध्यापकों के लिए बाकायदा गाइडलाइन व टास्क जारी किया है। परीक्षाओं के मद्देनजर सरकार ने स्कूल प्रबंधकों को निर्देश जारी किए हैं कि वह सर्दी की छुट्टियों में भी दसवीं तथा बारहवीं के विद्यार्थियों के लिए कक्षाओं का आयोजन करें। जिसमें अंग्रेजी, गणित, विज्ञान जैसे विषयों को प्राथमिकता दी जाए।
शिक्षा निदेशालय द्वारा शुक्रवार को जारी किए गए निर्देशानुसार सभी विषय अध्यापक अपनी कक्षा के बच्चों के तीन समूह तैयार करके परीक्षा की तैयारी करवाएंगे। पहले समूह में मेरिट के लिए सक्षम विद्यार्थी, जो निरंतर उत्कृष्ट प्रदर्शन कर रहे हैं। दूसरे समूह में 50 फीसदी से अधिक अंक लेने वाले विद्यार्थी, जो सामान्य से बेहतर हैं और तीसरे समूह में 35 प्रतिशत अंक लेकर पास होने वाले विद्यार्थी, जो सामान्य से कम कौशल रखते हैं।
इस कार्य में पढ़ी-लिखी पंचायतों की मदद लेने के भी निर्देश दिए गए हैं। पंचायतें बच्चों को रोजाना स्कूल भेजने के लिए भी प्रेरित करेंगी। स्कूल प्रबंधक तथा पंचायतें बच्चों के अभिभावकों से दैनिक टेस्ट, साप्ताहिक टेस्ट के परिणाम अभिभावकों के साथ फोन या सीधी मुलाकात करके साझा किए जाए। परीक्षा के मद्देनजर विद्यार्थी मोबाइल, टीवी से दूरी बनाकर अपना पूरा ध्यान पढ़ाई पर केंद्रित करें। इसके लिए अभिभावकों को प्रेरित किया जाएगा।
शिक्षा विभाग द्वारा की गई जांच में पाया गया कि विद्यार्थियों की दैनिक उपस्थिति बहुत कम है, जो अंतरराष्ट्रीय औसत 90 फीसदी से कम है। नूंह में पर्यवेक्षण के दिन 72 फीसदी थी। कमजोर बोर्ड परीक्षा परिणामों के लिए विद्यार्थी एवं अध्यापकों की दैनिक उपस्थिति सबसे अधिक महत्वपूर्ण है।
बोर्ड द्वारा बनाई गई डेटशीट में कई बार परीक्षा के मध्य अवकाश होता है। जिसमें बच्चे घर रहकर तैयारी करते हैं। निदेशालय ने निर्देश जारी किए हैं कि स्कूल द्वारा इन अवकाश के दिनों में बच्चों को स्कूल बुलाकर अलग से दैनिक समय सारिणी बनाकर शंका समाधान करवाया जाए। परीक्षा के बाद भी सभी बच्चे अपने विषय अध्यापक के सानिध्य में चर्चा करें।
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